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Tears in Eyes, Proof in Hands: This Student Going to the Army Shatters All Stereotypes!

कि बुराई मुख्य मांग क्या है क्या चाहते हैं कि सरकार जागे आप लोगों की और ध्यान दे देखिए हमने गटर के जो ढक्कन होते है ना ढक्कन वो लीकेज करते हैं हम अपने घर में चप्पल चप्पल पहर के नहीं जा सकते पर व हम गटर के ढक्कन पर सोए हैं मैं अपने पिताजी को कभी नहीं बताया कि मैं गटर के ढक्कन पर सोया हूं य कई दोस्त है मेरे जो गटर के ढक्कन पर चपड़ आप हिंदी में पता नहीं क्या बोलते हो पंजाबी में चपड़ कहते हैं जो गांव के नाड़े आते हैं ना नाले हम उसके किनारे सोए हैं हजारों की संख्या में ये वो युवा हैं जो आर्मी की तैयारी कर रहे हैं और सीधे तौर पर सरकार के साथ-साथ

Tears in Eyes, Proof in Hands: This Student Going to the Army Shatters All Stereotypes!

(00:35) मुख्य धारा की मीडिया से भी सवाल कर रहे हैं क्योंकि मीडिया से तस्वीरें गायब है मैं बात कर लेती हूं क्या नाम है सर आपका मैम मेरा नाम अरविंद है अरविंद जी कहां से आए मैं पंजाब से आया हूं होशियारपुर जिला से मैम हमारी जो भर्तियां थी ना इन्होंने राजनाथ सिंह ने खुद अपने बोला था यूपी रैली में मेरे पास कट ऑफ भी है उन्होंने यूपी रैली में बोला था कि हम पेंडिंग भर्तियां कराएंगे तो अब देख सकते पेंडिक भर्तियां कराएंगे पर उन्होंने कराई नहीं उसके बाद हमारी कट है जब हम जब पिछली बार आए थे धन्ना देने तो उन्होंने मिले थे तो वो भी बोले थे कि हां कि हम जो आपकी

(01:05) पेंडिंग बती वो कंप्लीट कराएंगे पर आज तक उन्होंने कराई नहीं यहां तक तो छोड़िए यहां तक तो उन्होंने लिखती बयान भी दिया है आपने यहां प लिखती बयान भी है हमारे पास कि यहां कराएंगे फिर इतना कुछ होने के बावजूद भी उन्होंने आज तक हमारा पेंडिंग प्रक्रिया कुछ नहीं कराई ना आर्मी एयरफोर्स किसी नहीं कराई फिर हम मजबूर होकर धरना दे रहे हैं 3 साल के बाद आधी हम खड़े हुए हैं देखिए आश्वासन दिया गया राजनाथ सिंह की ओर से लिखित तौर पर यह कहा गया कि आपको भर्ती दे दी जाएगी लेकिन बावजूद इसके अभी भी यह मजबूर है प्रदर्शन करने पर क्या कुछ कहेंगे सरकार का रवैया

(01:35) मीडिया की चुप्पी और यहां आपका संघर्ष मैम देखो नेशनल मीडिया तो आप देख ही सकते हो इधर कोई नेशनल मीडिया नहीं है ठीक है हम आप जैसे मीडिया पर विश्वास कर सकते हैं मैं नेशनल मीडिया से हमें कोई उम्मीद नहीं कि हमें बत दिखाएंगे हां ये है कि जो आप है आप आपका दिल से तहत शुक्रिया करते हैं पर हमारा सिर्फ यही मांग है हम किसी राजनीति से कोई मतलब नहीं है ना हमें बीजेपी से मतलब है ना कांग्रेस से ना किसी के भी हमें सिर्फ यही मांग है कि भाई देखिए आपने बोला तो क्लियर तो कर दीजिए जब आपने हमारा आर्मी आर्मी का जब दौड़ हुई थी तो अग्निवीर तो था नहीं फिर अग्निवीर नहीं

(02:07) था तो अग्निवीर तो था नहीं तो हमारे दौड़ भी लिया उन्होंने मेडिकल भी कराया मेडिकल भी कराया सब कुछ हुआ पेपर भी यहां तक एयरफोर्स वा पेपर भी जॉइनिंग भी आ गई है पर उन्होने क ही नहीं उसके बाद हमें कैंसिल क्या साल कैसे बैठाए रखा साल के बाद इन्होने अचानक लाया अग्निवीर अग्निवीर जब इनका आ गया तो उसके बाद अगले दिन बोले रहे कि पेपर कैंसल ये बताइए जो हम जो आर्मी के लड़के तैयारी करते हैं ना जी पहली बार में पहली बार में जी मैं चर्चा कर रही हूं देखिए बड़ी संख्या में यहां पर दिल्ली के जंतर मंतर पर युवा बता रहे हैं कि किस तरीके से संघर्ष मुलाकातें आपकी

(02:41) हुई आश्वासन आपको दिया गया लेकिन क्या इस बीच सरकार की ओर से कोई कदम उठाया गया भर्ती के लिए कुछ कहा गया मैम कोई टिप्पणी नहीं हुई किसी ने कुछ नहीं बोला इसलिए तो हम इधर आए हैं अगर कुछ बोला होता तो हमें आ स्पष मिला होता कि हां कुछ तो होगा चलो साल बाद नहीं होगा दो साल बाद होगा कुछ तो होगा तो हम न साल के बाद इधर आए हैं अरविंद जी मैंने सुना है देखिए हम दर्द तो नहीं जान सकते और संघर्ष भी नहीं जान सकते जवान बहुत मेहनत करता है जवान बनने के लिए आप लोग युवा हैं आपका संघर्ष रहा होगा किस तरीके से तैयारी आपने की मैम पहली बत मैं

(03:12) मिडल मिडिल क्लास का फैमिली हूं ना मैं मैम जब ना मैं मेरे पापा का था मेरे पापा के ना जो पिताजी दादा जीी थे वो आर्मी में थे उन्होंने एक सपना देखा था कि यहां मेरा ना बेटा फौज में जाएगा जी उन्होंने ना मुझसे ज्यादा उन्हें शौक था मेरा लड़का बर्दी में है वो जब भी आए थे ना जब मेरे पापा का ना एक्सीडेंट हो रखा है उन्ना पैर में सरी है वो कम थोड़ा काम करते हैं तो मैं भी कभी-कभी काम में चला जाता था ब जब नोटिफिकेशन आया आर्मी का तो कह रहे हैं या आर्मी के बहुत दौड़ आ गई है तीन महीने रह गए तैयारी का ठीक है तो आपको पता ही है कि इस समय जो खाना है ना इतना

(03:44) प्योर नहीं है यूरिया सब है तो पिता जी बोलते हैं कि आंडा ले आ दूध ले आ अब मेरी बात प विश्वास नहीं करोगे जो आंडा की ट्री मेरे लिए आती थी ना मेरे पिताजी नहीं खाए कभी इतनी बात बोल रहा हूं आप काजू ले का बादाम ले आते थे कहते थे कि भ रख भी खा मेरे पिताजी ने नहीं खाया मुझे तीन महीने खिला रहे थे तो ठीक है मैं तैयारी की दौड़ निकला उसके बाद जब भर्ती दौड़ निकल गई ना उसके बाद मेरे पिताजी को य था कि आए गए लड़का मेरा भर्ती हो जाएगा तो हमें इतना कुछ देना कि दो महीने पेपर हो जाएगा पर उसके बाद कुछ है नहीं आख नम हो चुकी है मैं जब दिल का ना हमारे पास देखो इतनी

(04:28) ताकत नहीं है कि हम जाकर सरकार से लड़ सके हमारे पास क्या है यही है जो हम हम जब भर्ती देखने जाते थे ना हम आपको एक बात बताता हूं हमने गटर के जो ढक्कन होते हैं ना ढक्कन वो लीकेज करते हैं हम अपने घर में चप्पल चप्पल पहर के नहीं जा सकते पर व हम गटर के ढक्कन पर सोए हैं मैं अपने पिताजी को कभी नहीं बताया कि मैं गटर के ढक्कन पर सोया हूं य कई दोस्त हैं मेरे जो गटर के ढक्कन प मैं चपड़ आप हिंदी में पता नहीं क्या बोलते हो पंजाबी में चपड़ कहते हैं जो गांव के नाले आते हैं ना नाले हम उसके किनारे सोए हैं ऐसे ऐसे जगह भी सोए हैं

(05:01) पर सरकार नहीं देख रही व यार हम य बताइए हमारे पास जो भरती देखता है ना गरीब घर काही लड़का देखता है अमीर का नहीं देखता सपना भी जो है हमें जो बर्दी हो उस बय आंसू जो आंखें नम है यह सरकार को क्यों नहीं दिख पा रही या जिस तरीके से आपका संघर्ष है आप बता रहे हैं कि आप सिविर के ढक्कन पर सोए हैं गंदगी के बीच में सोए हैं इस स्ट्रगल के बारे में क्या कहेंगे कहने तो बहुत कुछ चाहता हूं पर य है समझती ना ती साल न साल तक सुन लेती है हमारी बात तीन साल ऐसे चुपी नहीं जाते रहती उसे नहीं पता कि लड़के कैसे त मोदी जी कहते हैं मैं गरीब फैमिली से आया हूं

(05:39) आप खुद कहते हैं पर उन्हें नहीं पता कि गरीब गरीब फैमिली से तैयारी कैसे होती है सिर्फ दौड़ना माने नहीं रखता मैं दौड़ना मायने नहीं रखता उसके पीछे डाइट जो चाहिए ना जो डाइट चाहिए वो कैसे लड़का ले रहा है ना वो सबसे बड़े मायने रखता है अगर दौड़ना इतना आसान होता ना मैम 1600 मीटर गली का कोई भी लड़का जाकर दौड़ निकाल ता ठीक है एथलीट जब दौड़ता है ट्रैक एक खाली मिलता है ट्रैक जो ली गोला था एक मिनट हम भीड़ में 450 में से दौड़ते हैं हमें जगह नहीं मिलती हम उसे काटेंगे फिर निकलेंगे फिर निकलेंगे ऐसे लिकर के जाते हैं उन एथलीटों

(06:09) से ज्यादा मेहनत करते हैं पर हम उनसे गलत नहीं बोल रहे हैं उनकी अपनी मेहनत अच्छी है ठीक है पर हम सिर्फ इतना बताना चाह र है कि आपको जो ट्रैक मिलता है ना इस अकेला मिलता है हम 450 में से निकलते हैं हम पीछे लग गए तो हमें काटना पड़ता है हम ट्रैक में भी छोटा होता है उनसे भी कैसे निकलेंगे कैसे नहीं निकलेंगे मुझे तो मोदी जी क्या क्या बताए मैम आंखें नम होती जा रही है अरविंद मैं यही आपकी आंखों को देख रही हूं संघर्ष है और कहानी भी है हर चीज के पीछे आपकी लेकिन जो योजना आई उसको लेकर बहुत बातें कही गई खुद प्रधानमंत्री मोदी जी कहते हैं कि ये

(06:45) युवाओं का देश है अब आत्मनिर्भर भारत बनने जा रहा है मैम आत्मनिर्भर की तो बात छोड़ी है हम आत्मनिर्भर ये है आत्मनिर्भर आप देख सकते हैं आतम निर्भर इधर है अगर आतम निर् होता ना मैम आज लड़के इधर नहीं होते ठीक है न साल से धक्के नहीं क होते हम ठीक है नाथ निर्भर है ठीक है न साल से अरे बताइए हम मुझे आपने जब दौड़ हुआ एक साल हम घर में बैठे रहे अगर हमें पता होता हम फेल हो गए ठीक है मान लेते हम फेल भी हो जाते हैं कोई ना कोई काम करता ना मैं कोई ना कोई काम करता पर मैं क क्यों पिताजी ये था कि कोई अनफिट ना हो जाए मैं घर में बैठा रहा

(07:21) मेरे पिता के पैर में सरिया पड़ा है ठीक है उनसे बैर नहीं होता उनके साथ जाना पड़ता है मुझे काम पर मेरे पास दो डिग्रियां है मैम ठीक है मैंने प्लस टू मेडिकल से पास कि है मैंने बीएससी छोड़ दी थी अम आर्मी चक्कर फरीदकोट भर्ती थी मेरी मेरा पेपर चल रहा था सेकंड में ठीक है मैं छोड़ के चला गया पहला पेपर दिया दूसरे प घर वालों को नहीं बताया मैं पेपर भर्ती देखने जा रहा हूं गवर्नमेंट कॉलेज में पढ़ता था होशियारपुर नहीं विवा मैं रोलन प देता हूं असली डिग्री है अपने पास कोई नकली डिग्री नहीं लेके घूम रहे हैं हम ठीक है जैसे सब बोलते हैं कि ऐसे नहीं

(07:50) ऐसे तो हम अपने हम किसी की बुराई नहीं करते मुख्य मांग क्या है क्या चाहते हैं कि सरकार जागे आप लोगों की और ध्यान दे मैं देखिए हम किसी सरकार को गलत नहीं बोलते ना हम ना किसी ज्यादा मांग भी नहीं है हमारी सिर्फ य है आपने जो पेंडिंग हम छोड़ा है ना आप अग्नि भी लेक ठीक है अच्छी बात है आपको अच्छा लगा होगा हम आपके जितने जानकार नहीं है हम तो मिडल क्लास के आते हैं जदा दुनिया भी नहीं जानते ठीक है अगनि भी लेगा ठीक है पर जो हमारा जो दौड़ जो मेहनत कि है तीन तीन चार चार साल लगा के ग्राउंड में पसीना निका ठंड में किसी को भी ठंड

(08:25) में दू पड़ रही हो 4 बजे कोई ग्राउंड में चला जाए हम घर से बजे ग्राउंड में जाते हैं ठंड धु लिक पड़ती है कैसे जाते है वो हमें पता है अब उठ के बता किसी को भी बोल दिया आपके आपके भी दोस्त होंगे किसी को 4 बजे उठके मेरे घर आ जा भाई बाइक चलाक हम पा कार तो है नहीं कि भाई हम बीच में हीटर चला लेंगे कुछ भी बाइक से जाएंगे हम पैदल जाते हैं मैं हम ग्राउंड में जाएंगे अपना जाते हैं मेहनत करते हैं सरकार फिर भी नहीं देख रही कि लड़के जा कैसे रहे हैं कुछ दिन पहले आपने देखा होगा दिल्ली की सड़कों पर ना लड़का दौड़ रहा था आर्मी की तैयारी कर रहा था अब अग्नि बीर में जिस

(08:55) ग्राउंड में तैयारी करता था मैम एक टाइम में 120 लड़का 100 लड़के आते थे आज जो ग्राउंड ना खाली पड़ी है सुनी अग्निवीर की भर्ती थी सात लड़के दौड़ रहे थे सिर्फ सात में से सिर्फ नेने दौड़ निकाली है मैम जिस ट्रैक पर 100 लड़के थे आज वहां सात लड़के आ गए मैम अग्निवीर का ये हाल है चलो कोई बात नहीं अच्छा होगा सबके लिए जो चाचा है तभी तो फार्म भर रहे हैं चलो ठीक है कोई बात नहीं पर हमारे सिर्फ मुख्य मांग यही है कि हमारी हमारे बस जॉइनिंग दे दीजिए हमारी जो पेंडिंग भती है उसे क्लियर कर दीजिए बस और कुछ नहीं चाहिए ना मेरी कोई जाति दुश्मनी नहीं है ना कांग्रेस से ना

(09:28) बीजेपी से हमें सिर्फ यही है पेंडिंग भती क्लियर कर चुनाव भी आ रहे हैं आप लोग युवा है तैयारी कर रहे हैं क्या रुख अपनाने वाले हैं आप लोग किस तरीके से अपनी सरकार को चुनने वाले हैं सरकार की चुनने की बात तो य है कि अगर हमारी पेंडिंग भती पेंडिंग भर्ती है जो क्लियर कर दे व तो जो सरकार आएगी आए कांग्रेस बीजे हमें नहीं मैटर वो तो बाद की बात है ठीक है जो मुद्दा है ना मेन भाई वो तो क्लियर करो यार राहुल गांधी से भी आप लोगों की मुलाकात हुई थी काफी लोग आप में से शामिल थे क्या कुछ उनकी र से आश्वासन दिया गया किस पर आपको विश्वास हो रहा है कि यह नेता

(10:02) हमारी सुन सकता है देखिए नेता तो की बात नहीं करता मैं पर हां जो राहु राहुल राहुल गांधी जो आए थे ना तो उन्होंने इतना कहा कि आश्वासन दिया कि हां हम आपके साथ है इतनी बड़ी बात हो जाती है मगर कोई भी आपके बड़ा आदमी आके आप इतना बोल देना कि मैं अगर मान लीजिए गरीब आदमी ना कोई बड़ा आदमी अमीर आदमी आ साथ दे दे इतना कह दे ना कि मैं तेरे साथ हूं वो कुछ भी कर लेगा आदमी पता है मैं कुछ गलत भी करूंगा सही पीछे मेरे साथ कोई खड़ा है ना जब राहुल गांधी जी है उन्होंने कहा हम आपके साथ है भाई इतने भी मोटिवेट हो गए हम कि भाई कोई तो है ना साथ में खड़ा और कह

(10:36) रहे हैं कि अब जो न्याय दिलाने की यात्रा के साथ है आप सबको न्याय दिलाएंगे हम न्याय तो अभी तो हमारे बीच में आ हमारे साथ बैठे हैं बीजेपी का कोई मंत्री नहीं आया हमारे पास बीच में बैठने जो हमारे साथ आके बैठेगा हमसे पूछेगा हमारा दर्द समझेगा हम उसे ही समझेंगे ना मैम आप ये बताइए आपके घर में कोई दुख तकलीफ है आपका कोई रिश्तेदार आएगा आपके कितने भी हित होंगे दोस्त होंगे अगर वो नहीं आएगा कोई बाहरी आदमी आ बैठेगा आपके साथ हख पूछेगा आप उसे अच्छा कहोगे अपने रिश्तेदार को अच्छा कहोगे वही हाल हमारा हुआ इसीलिए आए बैठे अ अच्छा लगा कि आए हैं

(11:11) थोड़ा मोटिवेट करके कि हम आपके साथ हैं थोड़ा हमें हौसला हुआ फिर तीन साल के बाद आज देख रहे हो आप पीछे आगे की क्या तैयारी है क्या करने वाले हैं एक तरफ देखिए चुनाव भी नजदीक है दूसरी तरफ प्रधानमंत्री से लेकर पूरी सरकार चुनावों में भी व्यस्त है आप लोगों की आवाज कैसे बुलंद अभी तो इसका कोई रेखा तय नहीं की हमने अभी देखेंगे कैसा माहौल हो रहा है कोई हमें उधर से अपडेट आ रहा है कि नहीं हमारी मेन मांग य है कि अगर सरकार बोल दे कि हम आपकी पेंडिंग भती करा देंगे पूरी करा देंगे हम आज ही खत्म करके चले जाएंगे अपने घर अगर वो कहे कि नहीं फिर य संघर्ष

(11:46) लंबा जाएगा मैम अब लड़ना शुरू करोलन में भी बदल सकता है मैम अब सुनामी तो आने वाली है का नुकसान सबसे ज्यादा किसको होगा क्योंकि आप लोग युवा है और देश की रीड की हड्डी आपको 20000 लड़के जो है ना आर्मी के हैं ठीक है 00 एक फैमिली जो है ना उसमें मां-बाप भी होंगे उसके फैमिली भी होगी ठीक है आप ये देखिए अगर चुनाव की बात में आप कह रहा हूं आप एक परिवार में से पांच लड़के जाएंगे चार कम से कम मा लो चार तो होंगे ही ना ठीक है चार तो होंगे अब 1200 से आप और 7000 एयरफोर्स वाले भी मान लो ठीक है उसमें 2000 मान लो एनसीसी वाले भी मान लो

(12:24) ठीक है मैम अगर उनको पांच से गुना भी कर दो ना आप खुद अंदाजा लगा लो कितना बोर्ड कैसा कहां जा साथियों च युवा फैसला करने वाले हैं 2024 के चुनाव की दिशा अब आप इतना समझदार तो है कि हम आप अंदाजा लगा रहे मैं मोटा मोटा बता जी कि आप एक परिवार में पांच मेंबर हैं और सभी हमारी 25 साल हो

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