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Earn 5-13 Lakhs by Getting Pregnant? Unraveling the All India Pregnant Job Scam | CyberCrime Busts 8 in Nawada, Bihar

हाय फ्रेंड्स वेलकम बैक टू माय चैनल अजय टॉक्स सो दोस्तों 2024 में आप सभी लोगों का स्वागत है आप सभी लोगों को नववर्ष की ढेरों शुभकामनाएं तो दोस्तों आज पली जनवरी 2024 को हम एक प्लेज लेते हैं और वो प्लेज यह है कि बिना सोचे समझे कहीं भी किसी भी प्लेटफार्म पर एक भी रुपया ना देना और ना लेना क्योंकि आज के दौर में जैसा कि हमने 2023 में देखा रुपए देने भी और रुपए लेने भी दोनों ही केसेस में साइबर क्राइम के तमाम सारे केसेस हो रहे हैं लोगों को साइबर अपराधी बनाया जा रहा है और लाखों करोड़ों की ठगी की जा रही है तो जैसा कि 2023 बीता 2023 में अधिकांश स्कैम इस तरह के थे जिसमें इन्वेस्टमेंट के नाम पर

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(00:42)  आसानी से रिटर्न लेने के नाम पर मोटे मुनाफे के नाम पर तमाम सारे लोगों ने अपना लाखों करोड़ों रुपए गवाया है तो 2024 में सबसे पहले तो हमको इस तरह की गलती नहीं करनी है और यही हमारा इस साल का प्लेज होना चाहिए कि चाहे जितने भी लोग लुभावने ने वादी किए जाए चाहे जितना भी आपको प्रॉफिट चाहे जितना भी मुनाफा देने की बात की जाए आपको इसमें फंसना नहीं है आपको इस ट्रैप में फंसना नहीं है तो साल की शुरुआत है लेकिन आज का जो स्कैम जिसके बारे में बात करने जा रहा हूं इतना घिनौना स्कैम इतना घटिया स्कैम है मैं तो कहता हूं कि

(01:18) लोग इस हद तक उतर आए हैं मतलब स्कैम करने के लिए आप मातृत्व का इस्तेमाल कर सकते हैं यानी कि कोई महिला अगर प्रेग्नेंट नहीं हो पा रही है कंसीव नहीं कर पा रही है तो इस तरह का स्कैम एक निकल कर के आया है दरअसल बिहार के नवादा में साइबर पुलिस ने आठ ऐसे साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है जो कि ऑल इंडिया प्रेग्नेंट जॉब के नाम से बेबी बर्थ सेंटर के नाम से एक स्कैम चला रहे थे और उस स्कैम के जरिए लोगों को हजारों का चूना लगाया जा रहा था तो डीसीपी कल्याण आनंद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पुलिस ने बिहार के नवादा जिले से आठ ऐसे साइबर अपराधियों

(01:51) को गिरफ्तार किया है जिनका मॉडेस्ट ऑपर एंडडी ये था कि वो भोले-भाले लोगों को कॉल करते थे और कॉल करके कहते थे कि कुछ महिलाएं हैं जो कि कंसीव नहीं कर पा रही है यानी कि प्रेगनेंसी की प्रॉब्लम है अगर आप उन्हें प्रेग्नेंट करेंगे तो आपको ₹ लाख मिलेंगे सोचिए जो ठगे जा रहे हैं ना उनके लिए भी तो मैं एक ही शब्द कहूंगा व है आक थू मतलब शर्म नहीं आती तुमको कि किसी ने तुमसे कहा कि एक महिला को प्रेग्नेंट करना है उसके लिए तुमको ₹ लाख मिलेंगे और आप इसके लिए राजी हो गए इतने सारे आईवीएफ सेंटर खुले हैं इतने सारे स्पर्म डोनेशन की आजकल आपने देखा होगा

(02:24) मूवी भी आई थी इसके ऊपर उसको भी बढ़ावा दिया जा रहा है वहीं पर अगर आपको फोन करके कोई 5 लाख का लालच देता है कि किसी महिला को प्रेगनेंट करना है और आप मान जाते हैं आसानी से उसको पैसे दे देते हैं शर्म आनी चाहिए थोड़ी सी तो यहां पर जो ठगे गए हैं तो उनको किस तरह से ठगी का शिकार बनाया जाता था तो मॉस ऑपरेंट यही है लोगों को कॉल किया जाता था उनसे कहा जाता था कि भैया आपको 5 लाख मिलेंगे लेकिन इसके लिए आपको शुरुआत में 9999 का रजिस्ट्रेशन चार्ज देना पड़ेगा 799 ले लिए उसके बाद उनसे कहा जाता था कि आपसे सिक्योरिटी डिपॉजिट चाहिए और उसके बाद तय समय और तय

(02:58) जगह पर हम आपको बुलाएंगे और वहां हां पर आपको यह प्रेग्नेंट करो अभियान करना है इस अभियान में शामिल होना है और आपको उसके बाद जो है 5 लाख रप का भुगतान कर दिया जाएगा सोचिए कितना घिनौना और कितना निम्न स्तर का यह साइबर स्कैम है जिसको जानकर जिसको देखकर हर कोई हैरान हो गया तो इस तरह के अगर घटिया लालच घटिया ऑफर आपको दिए जाते हैं और आप उसमें फंस जाते हैं तो इसमें कहीं ना कहीं आपकी मानसिकता पर भी सवाल उठता है कि कोई कैसे किसी के मातृत्व पर भी पैसे कमाने की बात करता है और आप उसमें फंस जाते और आप ऐसे दे कर के आ जाते हैं देखिए आईवीएफ की तकनीक सबको पता है

(03:33) आजकल इतने सारे हॉस्पिटल्स हैं जो कि आईवीएफ को पुश कर रहे हैं तमाम विज्ञापन देखे जा सकते हैं और वहां पर जो भी यह मातृत्व संबंधी प्रॉब्लम है उसको सॉल्व किया जाता है तो ₹ लाख किस बात के भाई साहब और आईवीएफ के ट्रीटमेंट में अमूमन 1 लाख से लेकर ₹ लाख तक का खर्चा आता है वो अलग बात है कि अगर आपका पहला साइकिल फेल हो जाए आपको दूसरे साइकिल के लिए जाना पड़े तो आपको और पैसे खर्च करने पड़ते हैं ऐसे में सिर्फ और सिर्फ आसान पैसे को लेने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हो जाना भी साइबर क्राइम में पड़ने के लिए एक बहुत ही आसान टारगेट एक बहुत ही सॉफ्ट टारगेट

(04:07) जो है यह साइबर क्रिमिनल ठग हैं और लोग आसानी से इसमें पैसे दे देते हैं कभी एटीएम लगाने के नाम पर कभी टावर लगाने के नाम पर या कभी आपको फ्री में आवाज दिलाने के नाम पर इस तरह से सॉफ्ट टारगेट चुने जाते हैं और आप बहुत ही आसानी से यहां पर 20000 से लेकर के ₹1 लाख तक ठगे जा सकते हैं पुलिस ने इन साइबर अपराधियों के पास से एक प्रिंटर और नौ मोबाइल बरामद किए और मैं आपको बता देता हूं कि इस समय जामताड़ा का जो नाम है जो बहुत ज्यादा बदनाम है आप जानते ही है तमाम मूवीज और सीरीज भी बनी है और आए दिन अखबारों में भी आया करता था कि जामताड़ा से ऐसा हो गया वैसा हो गया

(04:41) लेकिन बिहार का नवादा जिला जी हां बिहार का नवादा जिला भी आज की डेट में जामताड़ा को पीछे छोड़ चुका है क्योंकि आए दिन यहां से तमाम सारी गिरफ्तारियां की जाती हैं आप थोड़ा सा गगल कीजिए आपको दिख जाएगा 33 गिरफ्तार 18 गिरफ्तार 10 गिरफ्तार 15 गिरफ्तार 20 गिरफ्तार इसी तरह की कुछ कुछ गिरफ्तारियां पिछले महीने के 20 तारीख के आसपास भी हुई थी जहां पर साइबर पुलिस ने 18 ऐसे साइबर क्रिमिनल्स को नवादा के वारिस अलीगंज से गिरफ्तार किया था और इन गिरफ्तार अपराधियों के पास मॉडल ऑपरेंडी क्या था वो यह था कि बजाज के नाम पर यह लोन देने के नाम पर यानी कि फाइनेंशियल

(05:17) इंस्टीट्यूशंस के नाम पर लोन देने के नाम पर बिहार ही नहीं यह अलग-अलग राज्यों में लोगों को सॉफ्ट टारगेट बनाया करते थे और उनके पास से तमाम सारे हैंडसेट तमाम सारे फर्जी मोबाइल्स तमाम सारे फर्जी बैंक अकाउंट्स प्रिंटर कंप्यूटर्स और इस तरह की चीजें भी बरामद की है साइबर पुलिस ने पूरी प्लानिंग के हिसाब से इन पर दमज दी जिसमें कि दो डीसीपी रैंक के अधिकारी दो सब इंस्पेक्टर 40 जवानों ने मिलकर के जो है इस तरह की रेट डाली इस गांव में और यहां पर आपको जान कर के हैरानी होगी कि जो साइबर अपराधी हैं ये कहां से ऑपरेट करते हैं खेत से काम

(05:48) करते हैं पेड़ के नीचे से काम करते हैं किसी टूटी फूटी बोरिंग जो होती है ट्यूबवेल्स होते हैं वहां से काम करते हैं किसी बगीचे से नदी के किनारे से खंडहर से या फिर ईंट भट्टे पुरानी जो ईट टट्टे होते हैं वहां से बैठ कर के ये इस तरह की ठगी को अंजाम दिया करते हैं और मॉडल्स ऑपरेंडी क्या है मडर्स ऑपरेंडी वही है चाहे किसी को लोन दिलाने के नाम पर हो या फिर केवाईसी के नाम पर लूटना हो या ओटीपी लेने के नाम पर लूटना हो तमाम सारे जो अलग-अलग स्कैम्स के तरीके होते हैं जो सॉफ्ट तरीके होते हैं ये इतने टेक्नोलॉजिकल स्ट्रांग नहीं होते हैं ये सिर्फ गुमराह करके लोगों

(06:21) से पैसे निकालने का काम करते हैं जैसा कि मैंने आपको बताया जो ये ऑल इंडिया प्रेग्नेंट जॉब का जो स्कैम चल रहा था जिसमें बहुत ही आसानी से किसी को मैनिपुलेट करके उससे पैसे ले लिए जाते हैं और फोन को बंद कर दिया जाता है और आपको यह भी जान कर के हैरानी होगी कि साइबर अपराध में इस तरह के गांव के बच्चे 1414 1515 161 साल की उम्र से लग जाते हैं गिरफ्तार अपराधियों में से तीन-चार अपराधी तो अंडर एज थे और उसके अलावा 19 से लेकर के और 40 साल तक की उम्र के सारे साइबर अपराधी जो हैं वो इन जिलों से गिरफ्तार किए जा रहे हैं यहां तक कि दवार में एक रिपोर्ट आई थी

(06:55) जिसको सुन कर के भी आप हैरान हो जाएंगे जहां बच्चे ने कहा कि मुझे पढ़ाई करनी है और मुझे मोबाइल चाहिए और उस मोबाइल को लेने के लिए उस महिला ने यानी कि उसकी माता ने अपने दो बकरियों को बेच दिया दो बकरियां जो उसके एसेट्स थी उनको बेच कर के ₹ 6000 हासिल किए और उस ₹ ज से उस बच्चे ने यह कहते हुए मोबाइल खरीदा कि मुझे ऑनलाइन पढ़ाई करनी है और उसके बाद एक महीने के बाद ही उसको गिरफ्तार कर लिया गया साइबर क्राइम के द्वारा यहां तक कि नवादा के ऐसे तमाम गांव है जहां पर कई सारे ऐसे बच्चे कई सारे ऐसे घर जो हैं वो बेल लेने के लिए यहां से वहां घूम रहे हैं

(07:31) कई सारे माइनर्स हैं कई सारे ऐसे नवयुवक हैं जिनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है इस तरह के आसान पैसे कमाने के चक्कर में पड़ जाते हैं और अंततः उनको जेल होती है मैं आपको बता देता हूं कि इस समय बिहार में धर पकड़ जारी है पिछले एक साल से तमाम इस तरह की रेड्स कंडक्ट की गई हैं और कई सारे साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करके सलाखों के पीछे भी पहुंचाया गया लेकिन सवाल यही है कि क्या इनको सलाखों के पीछे पहुंचाने से लोगों के पैसों की रिकवरी होती है उसका जवाब है नहीं क्योंकि ये जो साइबर अपराधी हैं यह मिले हुए पैसों को तुरंत निकालते हैं और उसको

(08:02)  अयाशी में उड़ा देते हैं तो सोचने वाली बात सिर्फ इतनी है कि ये गिरफ्तार होंगे ठीक है बेल हो जाएगी ठीक है निकल कर के आएंगे एक बार के अपराधी हैं इनको आता ही वही है और वो वापस से यही सब करने में लग जाते हैं क्योंकि उनको पता है कि थोड़े दिन में तो जमानत हो जाएगी यहां पर सतर्क रहने की जरूरत हमको है हमें पता होना चाहिए कि साइबर अपराध किस तरह के हो रहे हैं जिनसे हमें बचना चाहिए और वो हम कैसे बच सकते हैं वो ऐसे बच सकते हैं कि साइबर अपराध से रिलेटेड जो खबरें आती हैं चाहे वो अखबार में हो चाहे वह हम जैसे छोटे यूट्यूब के माध्यम से आपको दी जाती है उनको समझिए जानिए

(08:33)  अपने दोस्तों रिश्तेदारों तक शेयर कीजिए और हां चैनल पर नए हैं तो चैनल को सब्सक्राइब कर लीजिएगा और वीडियो अच्छी लगी हो तो वीडियो को लाइक कर दीजिएगा ताकि आप सभी लोगों तक याय अवेयरनेस पहुंचे और आप इस तरह के किसी भी संभावित साइबर अपराध में शामिल होकर के अपने लाखों करोड़ों रुपए ना गवाए तो आज के लिए सिर्फ इतना ही फिर मिलेंगे किसी और एपिसोड में वीडियो में अंत तक बने रहने के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्र और एक बार फिर से आप सभी लोगों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं

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