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EP 40 of 100 – Business Mastery Series | By Sandeep Maheshwari | Hindi

मैंने youtube1 चैनल चल रहे थे और अभी भी कुछ चल रहे हैं और मैंने अपने साथ नीचे मतलब टीम में चार लोग रखे थे मतलब ताकि एज अ एक्सपेंड कर पाऊं तो स्टार्टिंग में दो-तीन चैनल तो बहुत अच्छे चल रहे थे इनकम भी काफी अच्छी होने लग गई थी टच कर रही थी अराउंड वन बट मैंने बहुत सारे चैनल ऑल खोल लिए जैसे एक बांगला का भी मेरे दो चैनल चल रहे हैं बांगला लैंग्वेज का मतलब उसके लिए टीम है वो करते हैं सब वॉइस ओवर वगैरह तो धीरे-धीरे क्या हुआ ऐसे ध्यान मेरा थोड़ा-थोड़ा थोड़ा बहुत सारे चैनल्स पर बटने लग गया बट मेरा गोल यही है कि मैं 20 टू 30 चैनल्स अलग-अलग खोल लूं जिससे थोड़ी-थोड़ी मतलब मल्टीपल इनकम्स हो जाए

Unlock Business Mastery | Episode 40 of 100 | Sandeep Maheshwari | Hindi

(00:35)  तो मास इनकम ज्यादा हो जाएगी बट दिक्कत क्या आ रही है कि अब मेरा थोड़ा-थोड़ा ध्यान भटक रहा है तो जो इनकम थी अब वो थोड़ी पहले से भी गिर गई है जबकि चैनल ज्यादा हो गए सब्सक्राइबर वगैरह बेस काफी सही हो गया लाइक एक चैनल है उसपे 5 लाख सब्सक्राइबर है एक है उसपे 6 लाख हैं व्यूज भी सही आ रहे हैं बट अब ओवरऑल इनकम गिर गई क्योंकि ध्यान में मेरा भटक गया तो मैं उतनी ग्रोथ नहीं दे पा रहा जो अच्छे चल रहे हैं उन परे भी नहीं दे पा रहा और जो मैं नए खोल रहा हूं उनकी वजह से पुराने

(01:07) वाले भी थोड़े गिर गए हैं तो मतलब मेरे को क्या करना चाहिए आगे इतना ज्यादा चाहिए या कम पे फोकस करना चाहिए आप ये बताओ मंथली व्यूज कितने होते हैं आपके अ टोटल मिला कर के सा चैनस के 100 मि 10 करोड़ व्यूज जी और इनकम है ₹ लाख शॉर्ट्स पे यही है सर शॉर्ट पे यही है एगजैक्टली आई वाज अबाउट टू से दैट ऐसे ही मैं सोच रहा था कि इंग्लिश में भी डब करूंगा ब्रदर यूएस में है अभी सेटल्ड तो मैं सोच रहा था वहां की लैंग्वेज में भी मतलब अपनी वीडियोस को क्योंकि कंटेंट तो वही रहता है जो मेरा कंटेंट है वो पुराना नहीं होता फैक्ट्स हमेशा वही रहेंगे तो मैं सोच रहा था

(01:43) इन्हें भी इंग्लिश में डब करके क्योंकि वहां का रेवेन्यू 10x अराउंड होता है इंडिया से तो सेम कंटेंट को मैं डब करके और मतलब इंटरनेशनल लैंग्वेज में भी चाहता हूं करना मुझे यह वाला आपका जो आईडिया है वो कंपैरेटिव बेटर लग रहा है इंटरनेशनल वाला इंटरनेशनल वाला जी उसके पीछे रीजन क्या है क्योंकि यूएस की मार्केट है या ये कह लो जो इंग्लिश स्पीकिंग ऑडियंस की जो मार्केट है वो बहुत बड़ी है और वहां पे पेआउट है वो बहुत अच्छा है पे आउट बहुत अच्छा है और जैसे आपने खुद ही कहा कि 10x है तो दैट मींस कि जितना काम करके आप यहां पर ₹ लाख र कमा रहे हो उतना ही एफर्ट उतना

(02:16) ही टाइम लगा कर के आप वहां पर 10 लाख कमाओगे अगर उस लेवल पर पहुंच गए तो जी बट उसमें अब चैलेंज ये आने वाला है कि अगर आपका य जो मब मेरे ब्रदर अभी वही मेरे पास एक से बना जी और फिर वीपीएन के थ्रू यूएस से ही अपलोड करोगे नहीं बर ही अप मेरे ब्रदर को ही मैं बना के पूरा भेजूंगा वो नहीं कर सकते मैं ही करूंगा सारा काम बना के एक नया नंबर लेंगे ब्रदर और मैं यहां से बना के भेजूंगा अपलोड वहां से होगा अनटिल एंड अनलेस एक ऑडियंस गैदर नहीं हो जाती जब गैदर हो जाएगी लाइक 10000 सब्सक्राइबर हो जाएंगे तब मैं खुद अपलोड कर सकता हूं क्योंकि ऑटोमेटिक रिकमेंडेशन उधर का ही

(02:56) जाएगा फिर तो अगर इस मॉडल को आप क्रैक कर लेते हो तो आई थिंक दिस इज गोइंग टू बी बी बिग एंड आपको अपना पूरा फोकस यहां डालना चाहिए क्योंकि देखो इंडिया में जो हो सकता था उसको काफी हद तक आपने अचीव कर लिया है आप कह रहे हो कि महीने के 100 मिलियन व्यूज आ रहे हैं जी मतलब महीने के 10 करोड़ व्यूज आ रहे हैं तो 10 करोड़ का आप मानो 20 करोड़ हो जाएगा 50 करोड़ हो जाएगा 100 करोड़ हो जाएगा उससे ज्यादा नहीं जाएगा उससे ज्यादा कैसे हो जाएगा नहीं जाएगा बट अगर यूएस में 10 करोड़ व्यूज नहीं भी आते 1 करोड़ भी आते हैं तो इनकम आपको उतनी ही मिलेगी जितनी यहां पर मिल

(03:28) रही है जी राइट बट उसमें टाइम लगेगा तो उसके लिए पेशेंस चाहिए प्लस आपको फोकस चाहिए अभी आप क्या कर रहे हो अभी आप बहुत कुछ एक साथ करने की कोशिश कर रहे हो एटली यही इशू भी बन रहा है एक होता है एक काम के बारे में सोचना एक होता है उसको करना दोनों में जमीन आसमान का फर्क होता है और एंपेन शिप में सबसे बड़ा चैलेंज पता है क्या होता है करना करना नहीं नहीं करना ओके क्या नहीं करना है दैट बिकम मोर इंपॉर्टेंट देन क्या करना है क्योंकि टाइम और रिसोर्सेस लिमिटेड होते हैं छोटे बिजनेस के पास में एक्ली सही सर तो यह डिसाइड करना होता है कि क्या नहीं करना है

(04:12) यह सबसे इंपॉर्टेंट है हम क्या गलती करते हैं जैसे ही थोड़ा सा पैसा आता है या एक बिजनेस एक पर्टिकुलर लेवल पर जाता है हम बहुत कुछ करने की कोशिश करते हैं और कुछ भी ढंग से नहीं हो पाता है जैसे एक बिजनेस का एक शुरू का लेवल होता है जिसको बोलते हैं जीरो टू वन उसके बाद होता है न टू 10 फिर होता है 10 टू 100 जो इस लेवल पर करना होता है जीरो टू वन पे वो 10 से 100 पर नहीं करना होता है दोनों का जो वे ऑफ वर्किंग है उसमें जमीन आसमान का फर्क होता है क्योंकि जब आप जीरो टू वन जा रहे होते हो तो आपको पता ही नहीं होता कि क्या काम

(04:43) करेगा क्या नहीं करेगा तो हाथ पैर मारने होते हैं सब कुछ करना होता है क्योंकि पता नहीं उसमें से क्या काम करेगा क्या नहीं करेगा यही आपने किया भी होगा जी सब तरह का कंटेंट बनाया सब कुछ ट्राई करके देखा और फिर जहां पर रिजल्ट मिला उस पर फोकस किया उस फोकस किया या जी बट फिर गड़बड़ क्या होती है उसके बाद में जब हम एक पर्टिकुलर लेवल प जाते हैं तो उसके बाद में जब पैसा आने लग जाता है तो माइंड में आइडियाज आने लग जाते हैं दिन रात माइंड में आइडियाज आते हैं ऐसा होता है नहीं होता है हां आइडियाज नए-नए आते हैं कि ये ट्राई कर सकते हैं वो ट्राई कर सकते हैं और जब

(05:15) आइडियाज आते हैं तो होता क्या है कि हम उन आइडियाज पे काम करने लग जाते हैं और जहां पे काम करना चाहिए वहां के रिसोर्सेस वहां का टाइम वहां की एनर्जी सारी वहां पर चली जाती है जहां पर कुछ है ही नहीं जी तो आगे से जब भी कुछ भी करो हमेशा पेपर पेन लेकर के लिख करके करो माइंड में कभी मत करो एक बहुत बड़ी गलती है जो हम सब करते हैं माइंड में सोचते रहते हैं ये आईडियाज कहां आते हैं माइंड में आते हैं ना में और हम एक्चुअल में करने लग जाते हैं उन आइडियाज के बेस प काम क्योंकि हमें लगता है कि वो आईडिया अच्छा है कभी पेपर पेन लेकर के

(05:46) नहीं बैठते हैं और प्रॉपर्ली एनालाइज नहीं करते हैं कि इस आईडिया को करने का क्या प्लस माइनस है और नहीं करने का क्या प्लस माइनस है जी और फिर आपको फिगर आउट करना पड़ेगा कि इस सब में से कौन सा ऐसा काम है जहां पर मैं अपनी पूरी एनर्जी लगाऊ जहां पर रिजल्ट आने के चांसेस सबसे ज्यादा है ज्यादा है जैसे अभी जो आप काम कर रहे हो उसको छोड़ने का कोई सेंस नहीं है क्योंकि वो आपकी फाउंडेशन है अगर वो चली गई तो सब कुछ ही हिल जाएगा क्योंकि अभी एटलीस्ट वहां से लाख रुपए महीने का तो आ रहा है आहा है अगर इमेजिन करो वैसे होगा नहीं अगर वो एकदम से जीरो हो जाए

(06:18) तो है ना दिल दुख दुख होने लग गया ना हां सर होता ही है लेकिन ऐसा नहीं है कि वो जीरो नहीं हो सकता है एगजैक्टली हो सकता है बहुत सारे लोगों के साथ में हो रहा है जो कंटेंट की दुनिया है वो चेंज होती है तो बहुत सारे क्रिएटर्स जो एक टाइम पे रेलीवेंट थे वो बाद में रेलीवेंट नहीं होते होते सचरे जैसे आज आप शॉर्ट्स बना रहे हो क्यों भी चल रहे हैं और कंटेंट अभी लोग देख रहे हैं वैसा क्योंकि अभी ये जो कंपनीज है इनका फोकस यहां पर है जिस दिन इनका फोकस कहीं और गया उस दिन आपको पता भी नहीं लगेगा रातों-रात ये क्या हो गया एल्गोरिथम में हल्का सा एक चेंज करना है

(06:54) लाखों लोग जो इस पर डिपेंड करते हैं उनको समझ भी नहीं आएगा रातों-रात क्या हुआ आप समझ रहे हो मेरी बात जी बट हम ऐसा कभी समझ नहीं पाते आप यह समझो जो आप कर रहे हो उसका कंट्रोल आपको ये गलतफहमी है कि पूरी तरह से आपके हाथ में है जबक एक्चुअल में नहीं है एक्चुअल में किसी और के हाथ में है वो जो यूएस में बैठे हैं तो आपको करना क्या चाहिए उनकी जो एनुअल रिपोर्ट्स होती है उसको पढ़ना चाहिए उनकी अर्निंग कॉल्स होती है उसको सुनना चाहिए ओके यह जो कंपनी है उनके जो सीईओ है फाउंडर्स है उनके जो इंटरव्यू होते हैं उसको सुनना चाहिए तो आपको समझ आएगा कि उनके दिमाग में चल क्या

(07:30) रहा है क्योंकि जो उनके दिमाग में चल रहा है उसकी वजह से आपका घर चल रहा है जहां उनके दिमाग में कोई चेंज हुआ किसी को समझ भी नहीं आएगा कि हुआ क्या है तो आपको पता होना चाहिए कि वहां पर वो जो लोग बैठे हैं जो डिसीजन मेकर्स हैं उनके माइंड में क्या चल रहा है ये इंपॉर्टेंट नहीं है आपके माइंड में क्या चल रहा है आपके माइंड में चल रहा है कि मैं ऐसा कंटेंट बनाऊ वैसा बनाऊ वैसा बनाऊ हो सकता है उनके माइंड में वो चल रहा था आज से 5 साल पहले जिसकी वजह से आज कुछ हो रहा है लेकिन आज कुछ और चल रहा है रहा है जिसकी वजह से अगले 5 साल बाद कुछ और ही होने

(08:02) वाला है तो उसको समझना पड़ेगा ना जी सर एगजैक्टली कि उनका दिमाग कहां जा रहा है आपको उसके हिसाब से चलना पड़ेगा तब सक्सेस मिलेगी वो क्या क्रिएट करने में लगे हैं उनका फोकस कहां पर है उनकी जो रेवेन्यू है वो कहां से आ रही है उसमें से कितना परसेंट है जो लॉन्ग फॉर्म से आ रहा है कितना शॉर्ट फॉर्म से आ रहा है और कहां पे ग्रोथ कितनी है यह सब मिल जाएगा आपको एनुअल रिपोर्ट में वो ये सब करते हैं रिवील मतलब सब कुछ रिवील होता है क्योंकि ये सारी लिस्टेड कंपनीज है ओके बट वो एनुअल रिपोर्ट इतनी मोटी होती है कि कोई पढ़ता नहीं है पता नहीं है वहां पर

(08:34) मैनेजमेंट जो है वो गाइडेंस देता है कि आगे हम क्या करने वाले हैं अपने शेयर होल्डर्स को तो बता रहे हैं कि अब हमारा यह प्लान है और वोह प्लान यूजुअली उससे बहुत अलग होता है जो वो कर रहे होते हैं क्योंकि जो कर रहे होते हैं वहां पर कहीं पर स्लो डाउन आ रहा होता है हो सकता है जिस सेक्टर में आप हो वहां पर स्लो डाउन आ रहा है तो अब उनका फोकस कहीं और जा रहा है तो वो समझना पड़ेगा टाइम से पहले पहले तो यू मस्ट ऑलवेज बी देयर ऑन र टज मतलब हमेशा अलर्ट रहो अपने थॉट्स के हिसाब से मत चलो बी एब्सलूट डिटैचड टू योर ओन थॉट्स चच आर नथिंग बट कांसेप्ट एंड आइडियाज आपको

(09:12) एक्चुअल में देखना पड़ेगा ग्राउंड रियलिटी क्या है अभी क्या हो रहा है उसकी वजह से आने वाले 5 साल बाद क्या होने वाला है फिर जो 5 साल बाद होने वाला है सिर्फ उस परे फोकस करना है बाकी सब पे लग गया काटा अब यह बात किसी और को समझ ही नहीं आने वाली कंटेंट स्पेस में जैसे आप जाओगे ना किसी और क्रिएटर से मिलोगे उनको बोलोगे मैं कुछ ऐसा कर रहा हूं वो कहेगा पागल है क्या ये तो कोई भी नहीं कर रहा बट आप कर रहे हो बेस्ड अपऑन जो 5 साल बाद होने वाला है वो किस बेस पे काम कर रहे हैं आज जो 5 साल से हो रहा है हो रहा है दे आर वर्किंग ऑन द

(09:42) बेसिस ऑफ पास्ट व्हिच इज गोइंग टू बी इरेलीवेंट इन द फ्यूचर बट यू आर लुकिंग एट द फ्यूचर एंड देन वर्किंग और यहां पे जो एनर्जी होती है काम करने की वो अलग लेवल की होती है उन लोगों से जो पास के बेस पे एक्ट कर रहे होते हैं क्योंकि वो अंदर से डरे हुए होते हैं कंफ्यूज होते हैं और जिनको पता होता है कि एटली पा साल बाद क्या होने वाला है वह फोकस होते हैं क्लियर होते हैं कि मुझे क्या करना है और क्या नहीं करना है एंड सस काइंड ऑफ पीपल जिनको नहीं पता है एक्चुअल में क्या हो रहा है दे क्लूलेस सर अब तो 20 लाख को पता चल जाएगा इसको कट करवा देना कट तो नहीं

(10:19) होगा क्योंकि मेरा मकसद उन 20 लाख लोगों का ही फायदा है बट मजे की बात बता रहा हूं 20 लाख लोग सुनेंगे बट करेंगे बहुत कम लोग क्योंकि अगर हर कोई ये सब बातें कर ले जो बातें मैं करता हूं तो दुनिया पता नहीं कहां की कहां निकल जाए यस सर लेकिन दुनिया वही की वही है क्योंकि लोग वही करते हैं जो वो करते आए हैं उसको कंफर्ट जोन बोलते हैं तो अगर आप उन हजारों में से एक हो जो एक्चुअल में यह जो मैं बोल रहा हूं उसको समझ पा रहे हो और उस परे एक्ट भी कर सकते हो तो आप चिंता मत करो आपका कोई कंपटीशन नहीं है

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