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किसे हो रही है Ram Mandir से परेशानी? | Tejasvi Yadav | Jitendra Awhad | Rj Raunac

दोस्तों एक हफ्ते पहले हमने एक Blog बनाई थी जहां हमने बताया था कि कैसे विपक्ष के बहुत सारे नेता राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का बहिष्कार कर रहे हैं बहिष्कार के पीछे इन लोगों का डर है कि अगर 22 तारीख को 22 जनवरी को ये लोग अयोध्या गए तो बीजेपी को इसका फायदा ना मिल जाए वेल बात यही रुक जाती तब भी समझ सकते थे मगर इनमें से कुछ लोग अब सीधे-सीधे भगवान राम का ही अपमान करने लगे कोई नेता भगवान राम को मांसाहारी बता रहा है कोई प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को ड्रामा बता रहा है कोई रोजी-रोटी से इसकी तुलना करके मंदिर बनाने को ही फालतू बता रहा है और

Ram Mandir Controversy: Tejasvi Yadav, Jitendra Awhad, and Perspectives | RJ Raunac

ओएससी जैसे से लोग तो सीधे-सीधे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर मुसलमानों को भड़काने में लग गए हैं मुझे शक है कि 22 जनवरी आते-आते ये लोग फ्रस्ट्रेशन में अपनी हाथ की नसे ना काट ले अपनी नस भी काट ले तो भी ठीक है मगर शक ये है कि ये लोग उछल उछल कर राह चलते लोगों को ही काटना ना शुरू कर द इसलिए आज के इस वीडियो में आज के इस कार्यक्रम में हम भगवान प्रभु श्री राम का अपमान करने वाली इसी सोच का पोस्टमॉर्टम करेंगे साथ ही ये भी समझने की कोशिश करेंगे कि ये लोग सच में हिंदुओं के दुश्मन है या फिर मंदिर बनने से होने वाले अपने पॉलिटिकल नुकसान

(00:58) का सोच सोच कर अपना दिमागी संतुलन खो बैठे हैं हेलो शुरू करते हैं वीडियो पसंद आए तो प्लीज अपने दोस्तों यारों रिश्तेदारों से इसे जरूर शेयर करिएगा स्वागत है आपका इसमें कोई शक नहीं है दोस्तों कि नेताओं को सिर्फ और सिर्फ अपने फायदे से लेना देना होता है मोरालिटी सच्चाई इमोशन जैसे शब्दों से इनका उतना ही लेना देना होता है जितना इस ठंड में उत्तर भारतीयों का नहाने से मगर फिर भी हर पेशे में एक लकीर होती है जिसे लालची से लालची आदमी भी पार नहीं करता मगर अफसोस है कि राम मंदिर के मामले में हमारे नेताओं ने उस लकीर को भी पार कर

(01:32) दिया इतना गिर गए हैं कि पाताल को भी पार कर गए अयोध्या में भव्य राम मंदिर के उद्घाटन से पहले यह लोग डिप्रेशन में चले गए हैं राम मंदिर को लेकर लोगों के जोश को देखकर यह लोग इतने परेशान हो गए कि अब इन्होंने बीजेपी को नहीं सीधे-सीधे प्रभु श्री राम को ही भला बुरा कहना शुरू कर डाला खाते क्या थे राजा राम और राम क्षत्रिय था तो क्षत्रिय का खाना ही मांसाहारी होता है कोई बता देवे कि राम मेथी की भाजी खाता था सुना आपने यह शख्स भगवान राम को मांसाहारी बता बता रहे हैं साथ ही उनके लिए तू तड़ाक जैसी भाषा का भी इस्तेमाल कर रहे हैं खाता

(02:04) था खाता था क्या होता है एक तो भगवान राम जी के बारे में उल्टी सीधी खबर फैला रहे ऊपर से उनके बारे में बात करते हुए भी बदतमीजी कर रहे हो यह खाता था खाता था क्या होता है अपनी दुकान में काम करने वाले किसी छोटू से बात कर रहे हो क्या कुछ तमीज शर्म हया लास संस्कार जैसे शब्दों से कभी कोई पाला पड़ा है या नहीं माना कि महागा सरकार में तुम मंत्री थे और सरकार जाने के साथ ही तमीज भी तुम्हारा साथ छोड़कर जा चुकी है मगर फिर भी कुछ तो कुछ तो थोड़ी सी शर्म कर लो अपने सियासी फायदे के लिए जिस भगवान राम जी को तुम भला बुरा कह रहे हो मर के भी तो उन्हीं के पास जाना

(02:34) है नहीं कंदमूल और फल मिलते थे वही खाते थे शाकाहारी थे और हमारे शास्त्रों में उसका वर्णन है और शास्त्र ही प्रमाण है और ऐसा नहीं है कि किसी एक से गलती हो गई किसी एक से गलत बयानबाजी हो गई तो बाकी लोग उससे सबक ले ले ना बिल्कुल नहीं यहां तो बेवकूफ की रिले रेस चल रही है एक आदमी ट पटांग बयान देकर हटता है और जाते जाते वो बैटन दूसरे को भी थमा जाता है देखो बीमार पड़ोगे अस्पताल जाओगे मंदिर जाओ पवा कट जाएगा तो मंदिर पंडित जी के दिखाई अस्पताल में डॉक्टर जी को दिखाओ बताओ आपको क्या चाहिए भाई भूख लगेगा तो मंदिर जाइएगा वहा तो दने देना तो ये है लालू के

(03:20) लाल कह रहे हैं कि पांव कट जाएगा तो मंदिर जाओगे अस्पताल जाओगे भूख लगेगी तो मंदिर जाओगे या कहीं और आप टोन देख रहे हो इनकी एक तरह से मंदिर की जरूरत पर ही सवाल खड़े कर रहे हैं कह रहे हैं कि देश को मंदिर की नहीं अस्पताल की जरूरत है कोई सेंस है इस बात तेजस्वी बाबू एक सीधा सिंपल सा क्वेश्चन है आप कह रहे हो पैर कटेगा तो मंदिर नहीं हॉस्पिटल जाओगे भूख लगेगी तो रोटी खाने मंदिर तो नहीं जाओगे ठीक है लेकिन बाबू मशा ये कहे भूल गए आप कि जब पैर कटेगा ना तो सबसे पहले भगवान ही याद आते हैं ईश्वर ना करे आपका कोई सगा अस्पताल में भर्ती हो डॉक्टर अंदर इलाज कर

(03:51) रहे होंगे तो बाहर आप उसी ईश्वर से उन्हीं की सलामती की दुआ मांग रहे होंगे भूख लगेगी तो रोटी जरूर खाएंगे लेकिन रोटी के लिए पैसे नहीं होंगे ना तो उसी ईश्वर को याद करेंगे तो जिस ईश्वर को आपने अस्पताल में भी याद करना है भूखे होने पर जिसकी याद आएगी खुशी में भी जिनको आप धन्यवाद दोगे क्या वो ईश्वर वो श्री राम जी इतना भी डिजर्व नहीं करते कि हम उनके भक्त उनके जन्म स्थान पर उनका एको मंदिर बनवा पाए हेलो भगवान राम चाहते तो अपना नहीं बनवा लेंगे हर जगह मल नहीं बनवा लेंगे आपने अपने भाषण में कहा कि भगवान राम ने कभी अपना मंदिर

(04:23) थोड़े ना मांगा था श्री राम चाहते तो अपने लिए महल बनवा लेते बिल्कुल सही बात बढ़िया मगर मेरे भाई मैं आपसे पूछना चाहूंगा ईश्वर हो या मां-बाप हो क्या कभी वह कहते हैं कि हमें कुछ चाहिए यह तो उनकी संतान होने के नाते उनके प्रति कृतज्ञ होने के नाते हमारा खुद का फर्ज होता है कि हम उनके लिए कुछ करें हमारी नौकरी लगने पर क्या मां-बाप कभी हमें कहते हैं कि अब हमें भी कुछ दिलवा हो कभी नहीं कहते मगर हमारे लाखों दर्शकों से मैं सीधा पूछना चाहूंगा कि जिस मां-बाप ने सारी जिंदगी अपना पेट काट काट कर आपको पढ़ाया हो और जिस दिन आपके हाथ में आपकी पहली सैलरी

(04:54) आपकी तनख्वा आपकी कमाई आती है तो आप क्या सोचते हो क्या आप ये सोचते हो कि इससे मैं अपना नया मोबाइल ले लू दोस्तों के साथ पार्टी करके पैसे उड़ उड़ा दूं नए कपड़े ले आऊं बिल्कुल नहीं दुनिया का हर इंसान ऐसे मौके पर यही सोचता है कि आज मैं इस लायक हुआ हूं तो इन पैसों से सबसे पहले अपने मां-बाप को कुछ दिलाओ उनके लिए घर पर कुछ लेकर जाऊं अग्री करते हैं तो प्लीज कमेंट सेक्शन में कमेंट जरूर करिएगा तेजस्वी बाबू यही छोटी सी बात है जो आप समझ नहीं पा रहे हो ये देश 1000 साल तक गुलाम रहा है जब देश आजाद हुआ तब भी जो लोग थे वो गुलामों की ही सोच रखते थे आज

(05:23) ये देश अगर फिर से अपनी आत्मा को जान पा रहा है फिर से अपनी संस्कृति को पहचान पा रहा है तो क्या ये हमारा दुनिया के करोड़ों राम भक्तों का ये फर्ज नहीं है कि हम उन प्रभु राम के घर अयोध्या में तो उनका कम से कम एक भव्य मंदिर बनवाकर उनके प्रति अपनी कृतज्ञता जाहिर कर पाएं बताइए गरीब से गरीब आदमी भी अपने मां-बाप के न रहने पर अपने छोटे से घर की छोटी सी खोली में उनकी याद में एक तस्वीर लगाता है तो क्या हम प्रभु श्रीराम के इतने निकम में भक्त हैं कि उनके देश में उनका ही मंदिर ना बनवा सके तेजस्वी बापू दुनिया की हर चीज ना जरूरत से नहीं चलती है उसे जरूरत

(05:53) से नहीं तोला जाता है कुछ चीजें जरूरत तर्क और गणित से बहुत ऊपर होती है और जिन लोगों को हम प्यार करते हैं जिनका हम सम्मान करते हैं उनके लिए हमारी भावनाएं एक ऐसा ही इमोशन है जो हर लॉजिक हर तर्क से ऊपर है जिसके सामने दुनिया का हर गणित छोटा है जिसके सामने हर इमोशन इतना सा है छोटा दूसरी बात आपने अस्पताल की बात की नौकरी की बात की रोटी की बात की तो जरा ये बताइए जिस बिहार में खड़े होकर आप ये सब बोल रहे हैं उसी बिहार में आपके पिता दसियों साल तक सीएम रहे क्या विकास किया उन्होंने बिहार का आप कहो तो मैं उसका हिसाब किताब दे दूं आप

(06:23) अस्पताल की बात कर रहे थे आजादी से 75 साल बाद भी बिहार के अस्पतालों की क्या स्थिति है पता है आपको कह तो कुछ तस्वीरें दिखाऊं खैर वो चैप्टर किसी और दिन खोलेंगे और हां आप तो खुद एक क्रिकेटर रहे हैं ऐसा बताया गया है हमें किसी आईएल टीम में भी थे खैर खेलने का मौका नहीं मिला शायद यह बात अलग है लेकिन जरा बताओ दो दिन पहले क्या हुआ था बिहार में जो दर्शक नहीं जानते उन्हें मैं बता दूं पटना में बिहार और मुंबई की टीम के बीच रजी मैच खेला जाना था और बिहार क्रिकेट में इतनी राजनीति इतनी पॉलिटिक्स है कि मैच खेलने के लिए बिहार की तरफ से

(06:50) एक नहीं दो क्रिकेट टीमें आ गई आ बिहार क्रिकेट के प्रेसिडेंट ने अपनी अलग टीम भेज दी और सेक्रेटरी ने अलग विश्व क्रिकेट के 300 सालों के इतिहास में शायद ऐसा कोई मामला कभी सामने आया हो आप तो राज्य के डेप्युटी सीएम है क्रिकेटर भी रहे हैं उसमें भी दिलचस्पी है आपके क्रिकेट में क्या आपको नहीं पता था कि बिहार क्रिकेट में कैसी पॉलिटिक्स चल रही है जानकारी के लिए बता दूं पूरी दुनिया हंस रही है इस खबर पर और तो छोड़िए बिहार के जिस स्टेडियम में यह मैच है उसकी हालत किसी तबले जैसी थी यह तस्वीरें देखिए देखकर लग रहा है ये स्टेडियम नहीं है कौनो भुतहा महल है आपने

(07:21) क्या ना मंदिर के अलावा बाकी जरूरी चीजों की बात की ना तो सोचा जरा आपसे इसका थोड़ा हाल ले लूं पता है कुछ इसके बारे में बाबू बिहार के ऐतिहासिक बहुत ऐतिहासिक देखिए मोइनुल हक स्टेडियम में जिसका हालत यह हुआ हुआ है यह है मोइनुल हक स्टेडियम और यहां है कल से रंजीत ट्रॉफी जिसमें मुंबई की टीम आई हुई है यहां क्या बात है सर क्या सीन है स्टेडियम को देखकर तो भैंसे भी शर्मा जाए नहीं इससे अच्छा तो उनका खुद का तबेला होता है खैर इस तरह की बात करने वाले बिहार सरकार में सिर्फ तेजस्वी बाबू अकेले नहीं है जेडीयू के भी एक सासद महोदय से जब जर्नलिस्ट ने पूछा कि

(08:01) सर आपको राम मंदिर का उद्घाटन का नेवता मिला तो उनका क्या कहना था सुनाइए क्या ल वो नेवता क्यों दे रहे हैं किन्हीं के पिताजी का सराद है कि कि के औरत बेटा का बियाह है बताइए वो जो नेवता दे रहा है वो बेवकूफ आदमी नेवता दे रहा है अरे बाबा रे बाबा अरे जैसे ईसा मसीह ने अपने अंतिम पलों में उनको सूली पर लटकाने वालों के लिए ईश्वर से माफी मांगी थी मैं भी हाथ जोड़कर प्रभु श्री राम से ऐसे लोगों के लिए माफी मांगना चाहता हूं मगर बस भगवान को ये यकीन दिलाना मुश्किल हो जाएगा कि एक सांसद इतना भोला कैसे हो सकता है उसे पता ही नहीं कि वो क्या बोल रहा है मैं पूछता

(08:32) हूं कैसी भाषा है भैया सवाल पसंद नहीं आया तो इग्नोर कर दो नेवता नहीं मिला तो बोल दो हमें नहीं बुलाया गया मगर यह कैसी भाषा है कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को आप श्रद से कंपेयर कर रहे हो नेवता देने वालों को बेवकूफ बता रहे हो सच में या ये चल क्या रहा है इस देश में ब्रो अरे देवा और हैरानी की बात यह है कि जिन लोगों की बात हम लोग यहां कर रहे हैं जिन लोगों के बयान हमने आपको इस वीडियो में दिखाए यह लोग देश चलाते हैं हेलो कोई विधायक है कोई सांसद है कोई डिप्टी सीएम है इतने ऊंचे पद पर पहुंचने के बा बाद भी इन लोगों को सभ्य तरीके से अपनी बात रखनी

(09:01) नहीं आती क्या माना कि आप लोग राम मंदिर के बनने से होने वाले पॉलिटिकल नुकसान से घबराए हुए हो लेकिन फिर भी इतने मैच्योर तो बनो कि उस घबराहट में कुछ आओ बाओ आलतू फालतू ना बकने लगो ऐसा ना लगे कि आप अपने ही ईश्वर का अपमान कर रहे हो इतने सालों की पॉलिटिक्स के बाद भी आप ये बेसिक बातें नहीं सीख पाए तो फिर कहे के नेता आपसे ज्यादा डिप्लोमेटिक तो 4 साल का बच्चा होता है जिनसे जब उसके मम्मी पापा एक साथ ये पूछते हैं कि बताओ पिंटू बताओ तुम सबसे ज्यादा किससे प्यार करते हो मम्मी से या पापा से और पिंटू या तो इस पर कुछ बोलता नहीं या यह कह देता है आप दोनों से मगर

(09:32) अफसोस कि डिप्लोमेसी के मामले में आप लोग उस 4 साल के पिंटू से भी गए गुजरे हो भगवान माफ नहीं करेगा सच में यार ऐसे बयान चलाते चलाते मैं थक जाऊंगा और सुनते सुनते आप पक जाओगे आपको गुस्सा आने लगेगा मगर ये बयान खत्म नहीं होंगे और जैसा कि मैंने शुरू में कहा कि बेत के बयानों की जैसी रिल रेस हो रही है एक आदमी उठ पटांग बोलकर हटता है तो तभी दूसरा और रायता फैला देता है मस्जिद हमने खो दी और वहां पर क्या किया जा रहा है आप देख रहे हैं नौजवानों क्या तुम रे दिलों में हमारे दिलों में तकलीफ नहीं होती ओवैसी साहब ने तो एक कार्यक्रम में एक तरह से मुस्लिम

(10:04) युवाओं को ही भड़का डाला अयोध्या को लेकर वो ये बोले कि देख रहे हो वहां क्या हो रहा है क्या ये देखकर आपको दर्द नहीं हो रहा मतलब कहना क्या चाहते हो ओसी बाबू 2020 तक जब तक सुप्रीम कोर्ट का फैसला नहीं आया था तब तक आप दिन रात यही जपते रहते थे कि जो अदालत कहेगी वो हमें मंजूर होगा और आज जब उसी अदालत के फैसले के बाद भव्य मंदिर बन रहा है तो आप लोगों को भड़काने में लग गए मैं तेरा धोला पन्ना उतारता हूं अब फिर आप कहते हो कि मोदी के आने के बाद देश में इनटोलरेंस बढ़ गई है टोलरेंस तो सच में बढ़ गई है अदालत के फैसले के बाद भी अगर आप उस फैसले को कबूल

(10:33) ना करो तो मानो तो यही जाएगा ना कि इनटोलरेंस बढ़ी है नहीं हेलो और इस हद तक बड़ी है कि बीजेपी की महिला नेता रूबे आसिफ खान ने भगवान राम की पूजा की तो उनके घर पर धमकियां आ रही है कि तुम्हें बड़ा शौक चढ़ा है राम जी का भक्त बनने का 72 घंटे में हम तुम्हारे परिवार को खत्म कर देंगे मतलब एक तरफ कुछ लोग दिन रात गंगा जमुनी संस्कृति की दुहाई देते नहीं थकते और कोई मुस्लिम उसी गंगा जमुनी संस्कृति पर चलते हुए पूजा कर लेता है तो उसकी गर्दन काटने को तैयार हो जाते हो मोदी जी हेलो मोदी जी हिप रसी की भी सीमा होती है मगर क्या करें यही सब दोगलापन चल रहा है

(11:03) और देश इस दोगले पन को देख भी रहा है इस देश के करोड़ों हिंदू इस बात को अच्छे से देख रहे हैं कि आज जब भव्य राम मंदिर बनकर तैयार खड़ा है तो कौन-कौन क्या-क्या बोल रहा है लोग अच्छे से नोट भी कर रहे हैं कि कौन मंदिर बनने से खुश है और कौन-कौन है जो मंदिर निर्माण से तिल मिला गए हैं बुरी तरह मगर जैसा मैंने पहले भी वीडियो में कहा है फिर से कह रहा हूं खासकर हमारे उन नेताओं से जो मंदिर बनने से हार का डर देख रहे हैं मैं उन्हीं को ये सलाह दूंगा कि भाई कुछ दिनों के लिए अंडरग्राउंड हो जाओ जैसे इा पर अनक से अपने एक्स की शादी की

(11:31) फोटो देखकर आप ऐप बंद कर देते हो या उस पोस्ट को स्किप कर देते हो क्योंकि वो तस्वीरें आप देख नहीं सकते बर्दाश्त नहीं कर सकते उसी तरह अगले तीन हफ्ते अब जो भी कुछ होगा उस दर्द से बचने का यही एक बढ़िया तरीका है इसलिए अपने-अपने बंकर में जाकर छिप जाओ मोबाइल ऑफ कर दो छुट्टियां बिताने के लिए तीन महीने सीरिया या रवांडा चले जाओ मैं तो बोलता हूं भैंस वाला इंजेक्शन लगाकर खुद को चार महीने के लिए बेहोश कर डालो कुछ भी करो मगर जगह मत रहो क्योंकि तुम जगो ग तो कुछ ना कुछ बको ग फिर बको ग फिर हमारा खून खोलेगा और इस पवित्र मौके पर खुशी के इस माहौल में हम

(11:59) अपना खून खौला नहीं चाहते इसलिए भाऊ पहली फुर्सत में निकल कोई जरूरत नहीं हिंदुस्तान को तेरी मैं तो अ यही रुक जाऊंगा मेरे को ज्यादा बोलना नहीं है अब आपके अंदर कुछ है तो बोल डालो इन नेताओं के लिए इन माननीय लोगों के लिए कुछ कहना चाहते हो इनकी शान में दो शब्द लिखना चाहते हो तो कमेंट सेक्शन भर डालो वीडियो पसंद आई हो तो इसे और भी लोगों तक शेयर कर डालो आपका हर एक-एक शेयर हमारे लिए बहुत ज्यादा जरूरी है इंपॉर्टेंट है क्योंकि इतनी मेहनत से हम वीडियो बनाते हैं हम चाहते हैं ज्यादा से ज्यादा लोगों तक ये पहुंचे तो इसलिए प्लीज इसे जरूर शेयर करिएगा हमारे चैनल को भी जरूर सब्सक्राइब करिएगा अच्छा कर लिया है कोई बात नहीं अनसब्सक्राइब करके फिर से सब्सक्राइब कर लीजिए

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