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EP 36 of 100 – Business Mastery Series | By Sandeep Maheshwari | Hindi – YouTube

(00:02) कुछ साल पहले हमारा एक बिजनेस था बेसिकली हम मेरे रेजिडेंस पटेल नगर में है तो वहां पर हमने टारगेट करा जितने भी एस्परेंस हैं उनको होममेड फूड नहीं मिल पाता तो उसको ही टारगेट करके हमने स्टार्ट किया था कि इनको एक अच्छा होममेड फूड दे पाए जो मार्केट में इजली अवेलेबल नहीं है तो उसको हमने स्टार्ट करा मतलब हमारा फैमिली बिजनेस था मेरी मदर मैं और मेरी सिस्टर वगैरह सबने मिलकर साथ में स्टार्ट किया था वो बिजनेस तो हम काफी अच्छी मार्केट को कैप्चर भी कर पा रहे थे वहां पर कुछ टाइम बाद वह अभी बिजनेस नहीं है एक्चुअली मेरी मदर एक्सपायर हो गई थी तो उसके बाद मतलब हम

Business-Mastery-Series-by-Sandeep Maheshwari-Episode-36

(00:40) में से कोई अप फ्रंट नहीं आ पाया उस बिजनेस को और हैंडल करने के लिए तो बिजनेस वहीं पर खत्म हो गया अभी रिसेंटली तो अब मेरे अंदर एक स्पार्क है कि मेरे को वो बिजनेस दोबारा स्टार्ट करना है और राइट नाउ मैं अभी एक कंफ्यूजन में चल रहा हूं बहुत ज्यादा कि मैं अभी अभी रिसेंट मेरी जॉब में उसको मैंने छोड़ा है और अब मैं एक सेफर साइड पर जाने के लिए बेसिकली तो गवर्नमेंट जॉब की प्रिपरेशन कर रहा हूं सबसे पहले आपके इस कंफ्यूजन को खत्म करते हैं कि आपको गवर्नमेंट जॉब की तैयारी करनी चाहिए या वह लोग जो गवर्नमेंट जॉब की तैयारी कर रहे हैं आपकी लोकैलिटी में पटेल

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(01:18) नगर के पास में राजेंद्र नगर है यस यस यूपीएससी वो पूरा यूपीएससी एस्परेंस का गढ़ है य वहां पर हजारों यूपीएससी एस्परेंस है और बहुत सारे पीजी होंगे वहां पर सर वहां पर लोग रह रहे हैं तैयारी रहे और उनको घर का खाना चाहिए यह एक एक्चुअल नीड है यस सर नीड और ऐसा नहीं है आप अकेले हो जिन्होंने यह किया और भी बहुत लोग ऐसा कर रहे हैं आज की डेट में मैं ठीक कह रहा हूं गलत कह रहा हूं बहुत लोग कर रहे बुल बहुत कंपटीशन काफी है जैसे कोई कैसीनो होता है वहां पर जो लोग खेलते हैं वो ज्यादा कमाते हैं या कैसीनो ज्यादा कमाता है ऐसे ही जब गोल्ड रश होता है तो वो लोग

(01:52) जो टूल्स सप्लाई करते हैं गोल्ड की डिगि के लिए वो लोग सबसे ज्यादा पैसा कमाते हैं क्योंकि सबको गोल्ड चाहिए यस सर सबको यूपीएससी को क्रैक करना है यस सर सीट्स बहुत ही कम है तो दिस इज काइंड ऑफ अ जैकपॉट काइंड ऑफ अ गोल्ड रश कि अगर यह हो गया तो मजा आ जाएगा तो इसमें सबसे ज्यादा पैसा वह लोग कमा रहे हैं जो टूल सप्लाई कर रहे हैं यानी कि कोचिंग इंडस्ट्री और वो सब जो उस कोचिंग इंडस्ट्री को डायरेक्टली या इनडायरेक्टली सपोर्ट कर रहे हैं या उसके साथ में जुड़े हुए हैं फॉर एग्जांपल आप में से कितने हैं जो यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं आपने किसी कोचिंग

(02:29) इंस्टिट्यूट को जॉइन किया जी सर वहां पे साल की कितनी फीस होती है जो आप पे करते हैं सर मेरा एक्चुअली फाउंडेशन कोर्स है तो मैंने ढ लाख पे किया था जिस कोचिंग को आपने पे किया उस कोचिंग में और भी बच्चे होंगे हां सर आपने जिस कोचिंग इंस्टिट्यूट को जवाइन किया वहां पर टोटल कितने बच्चे होते हैं एट एनी गिवन पॉइंट इन टाइम मतलब एक टाइम पे कितने बच्चे होते हैं जो तैयारी कर रहे एक साल में तकरीबन हजार तो होते हैं उन हजार में से कितनों का होता है कितनों का नहीं होता है एक्चुअल में वो नहीं वो जो कोचिंग वाले दिखा रहे हैं सर कभी-कभी तो होता ही नहीं किसी कोचिंग से

(02:57) हमारी कोचिंग से अभी पिछले साल में किसी का नहीं हुआ है और वो बता रहे हैं कि किसी का नहीं हुआ है नहीं सर बता नहीं रहे वो तो बोल रहे हैं कि 18 जो 12 20 उसमें 18 हमारे हुए हैं बट आपको कैसे पता कि किसी का नहीं हुआ है सर अंदर की बात पता है मतलब जो नए बंदे आएंगे उनके लिए तो ये है कि यहां से इस कोचिंग से 18 का हो गया है बट क्योंकि आप वहीं पे हो वहीं से निकले हो तो आपको पता है उनमें से एक का भी नहीं हुआ है तो क्या ये एक तरह का गोल्ड रश नहीं है और ा लाख * 1000 करो कितना हो गया बताइए कितना हुआ 25 करोड़ रपए किसने कमाए कोचिंग वालो

(03:31) ने कोचिंग वालों ने तो क्या एक लॉटरी के टिकट के ऐसा नहीं हो गया कि जो लॉटरी टिकट की कंपनी है उसने 25 करोड़ कमा लिए और मान लो एक की लग भी गई जॉब और जिसकी लग गई उसके लिए उसकी वैल्यू मान लो एक करोड़ है तो मान लो उसमें एक करोड़ रुप खर्च हो गया दो करोड़ खर्च हो गया तब भी 25 करोड़ में से मान लो एक तरीके से दो करोड़ की इन्वेस्टमेंट करनी भी पड़ गई तो बुरा है क्या अगले साल फिर आएगा 25 करोड़ आप लोग अभी हंस रहे हो लेकिन आप सब ऐसे ही हो 99.

(04:01) 99% लोग ऐसे ही है दे आर ऑल रनिंग हियर एंड देयर इन अ गोल्ड रश चाहे वो एमएलएम हो मल्टीलेवल मार्केटिंग चाहे वोह स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग हो यह सब एक गोल्ड रश के जैसा है यूपीएससी कोचिंग में क्या कभी लॉस हो सकता है आपका होगा तब भी उनको पैसा मिलेगा नहीं होगा तब भी मिलेगा पहले ही ले लिया उन्होंने पहले ही ले लिया और कोई रिफंड की पॉलिसी भी नहीं होगी जैसे अंदर की बात समझ आती है तब तक तो बहुत देर हो जाती है तो अगर सोचना ही है दिमाग लगाना ही है तो यह मत लगाओ कि मेरी लॉटरी कैसे लगे जैसे जो लॉटरी कंपनी है उसके ओनर क्या कहेंगे आपको मोटिवेट करने के लिए यह

(04:43) मत सोचो कि लाखों में से इतनो की लॉटरी नहीं लगी यह सोचो कि एक लॉटरी की टिकट है जो लगने वाली है और वो तुम्हारी ही लगेगी तुम्हें तो सिर्फ एक ही सीट चाहिए ना तो लाइफ में अगर कुछ करना ही है तो बेसिक ह्यूमन साइक को समझो आपने कहा कि मैं उन एस्परेंस को घर का खाना प्रोवाइड करूंगा यस सर जब पहले आपने ये किया तो कितने टाइम तक किया था ये काम सर अराउंड 9 टू 10 इयर्स ना टू 10 इयर्स यस सर वच इज अ लॉन्ग पीरियड ऑफ टाइम बहुत बेसिक से स्टार्ट किया था और कितने लोगों तक आप पहुंच गए थे यानी कितने लोग ऑर्डर करते थे पर डे का अगर मैं बताऊं तो अराउंड 70 टू

(05:19) 80 टिफिंस हम डिलीवर कर देते थे और एक टिफिन का कितना चार्ज करते थे अराउंड 50 आज से आठन साल पहले आज की डेट में क्या रेट होगा घर के खाने का जो आता है एक मील का 8090 80 इनटू आप बता रहे हैं कि एक दिन का 70 80 * 70 अगर हम करते हैं तो 5600 हो गया तो अगर इसको हम टोटल करते तो महीने का 0000 हो गया नियर अबाउट 0000 में से आपकी कॉस्ट भी होगी यस सर कॉस्ट ऑफ मेकिंग कॉस्ट ऑफ इंग्रेडिएंट्स कॉस्ट ऑफ डिलीवरी जब इन सारी चीजों को हम कैलकुलेट करते हैं तो कॉस्ट आएगी मिनिमम से मिनिमम भी नहीं तो लाख रुपए तब हम पर टिफिन कॉस्ट निकालते

(05:58) थे कि अगर हम इसमें दाल डाल रहे हैं सब्जी डाल रहे हैं रोटी डाल रहे हैं चावल डाल रहे हैं और साथ में सैलेड वगैरह वो कितनी आती थी उस टाइम पे तो वो अराउंड 25 टू 30 तक रहती थी कॉस्ट 25 से ₹ यस और आप तब 50 का बेचते थे तो 60 पर कॉस्ट हो गई ऑफ फूड प्लस डिलीवरी यस डिलीवरी डिलीवरी की डिलीवरी खुद ही करते थे डिलीवरी उस टाइम पे खुद करते थे बट आज की डेट में आप डिलीवरी के लिए एक पर्सन भी रखते हो और उसको कोई कन्वेंस देते हो यस यस डिलीवरी करने के लिए तो आपका महीने का कम से कम भी जो खर्चा आएगा वह 00 आएगा तो 60 पर कॉस्ट आ गई मतलब ढ लाख रुप में से मान लो 60 पर

(06:39) हो गया 00 प्लस 00 00 तो आपको बचा नियर अबाउट 40 से 500 महीना अब देखते हैं इसका अल्टरनेटिव क्या है कि अगर आप यह नहीं करते तो आप क्या कर सकते हो अगर मान लो ये बिजनेस आप नहीं करते तो आप जॉब करोगे यस सर राइट नाउ मतलब एक्सपेंसेस चलाने के लिए जॉब तो सम करनी पड़े पहले वाली जॉब आपने छोड़ी थी वो कितने पे छोड़ी थी 45 45 50000 आप आज की डेट में अर्न कर सकते हो जॉब करके और बिजनेस करके भी अर्न करोगे 40 से 0000 प्लस आज की डेट में इसमें कंपटीशन बहुत ज्यादा है प्लस इंफ्लेशन की वजह से कॉस्ट बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है जब आप कैलकुलेट

(07:23) करोगे पिछले 8 10 साल में चाहे वो कॉस्ट ऑफ इंग्रेडिएंट्स हो चाहे वो कॉस्ट ऑफ डिलीवरी हो उस हिसाब से प्राइस नहीं बढ़ा है यानी कि 50 का सिर्फ 80 हुआ है पिछले 810 साल में लेकिन कॉस्ट हो सकता है आपकी डबल या ट्रिपल हो चुकी है अगर आप कैलकुलेट करोगे तो तो यह बिजनेस मॉडल ऑनेस्टली स्पीकिंग मुझे इतना वायबल नहीं लग रहा है क्योंकि उस टाइम पे योर मदर वाज पैशनेट अबाउट दिस होल थिंग जिन्होंने ये सब शुरू किया था और आई एम एज्यूमंगा बहुत ज्यादा बहुत ज्यादा तो आज अगर आप यह करते हो तो सबसे बड़ा क्वेश्चन मार्क ये आएगा कि कुकिंग कौन करेगा क्या

(07:59) उसके लिए आप किसी को हायर करोगे या खुद करोगे सर हायर करेंगे तो वो एक और कॉस्ट आ गई दैट मींस महीने की 23 हज एक और कॉस्ट आ गई अब उस कुकिंग में वो टेस्ट होगा या नहीं होगा उस परे भी एक बहुत बड़ा क्वेश्चन मार्क है बिकॉज योर मदर वाज पैशनेट अबाउट दिस होल थिंग यस सर अब वो जो इंसान जॉब कर रहा है आई एम नॉट श्यर वो कितना पैशनेट होगा और वो घर के खाने वाली फीलिंग आएगी या नहीं या नहीं आएगी तो इस पूरे के पूरे बिजनेस मॉडल प एक बहुत बड़ा क्वेश्चन मार्क है तो इससे बेटर है कि आप जॉब करिए या फिर अगर कोई और बिजनेस मॉडल आपके माइंड

(08:32) में चल रहा है उसके बारे में सोचिए सर मतलब इसके पीछे एक इमोशन जुड़ा हुआ है इसलिए मेरे को यही सोचता है कि मतलब व एक काम छूट गया था वहां पर अब उसको आगे लेकर जाना है नेवर डू अ बिजनेस बेस्ड अपॉन इमोशन मेरी इस बात को गांठ बांध लो बिजनेस में इमोशंस की कोई जगह नहीं है उसके पीछे वजह क्या है बिजनेस सिंपल गिव एंड टेक आप कोई प्रोडक्ट या सर्विस किसी को दे रहे हैं उसके बदले में वह आपको पैसा दे रहा है उसको इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि उसके पीछे की कहानी क्या है उसको इससे मतलब है कि उसको क्या वैल्यू मिल रही है इन कंपेरिजन टू अदर्स इन द मार्केट यू नीड टू

(09:14) बी वेरी स्मार्ट इन टर्म्स ऑफ अंडरस्टैंडिंग द होल बिजनेस मॉडल जितनी भी कॉस्ट उसमें इवॉल्वड है जो मार्जिन है जो एफर्ट है रिटर्न है और सिर्फ इतना ही नहीं अपॉर्चुनिटी कॉस्ट कंपटीशन इस सबका इमोशन से कोई कनेक्शन नहीं है तो नेवर डू अ बिजनेस बेस्ड अपऑन इमोशंस दिस इज ऑल व्हाट आई कैन से नो मैटर हाउ स्ट्रांग दोज इमोशंस आर सर बट मेने वही है कि अगर इमोशन मतलब आपको उसमें कंटीन्यूअस एफर्ट मारने के लिए मतलब फोर्स भी नहीं करेगा आप नेचुरली मोटिवेटेड रहोगे उसके लिए अगर एक पर इमोशन है उस चीज का आपके बिजनेस में नहीं तो बहुत जल्दी गिव अप कर देते सब ये

(09:53) गलतफहमी है देखना ध्यान से समझना आप लोगों को यह लगता है कि बिजनेस करने के लिए मोटिवेशन चाहिए और मोटिवेशन के लिए इमोशंस चाहिए जबकि ऐसा एक्चुअल लाइफ में नहीं होता है बिजनेस इ लाइक द गेम ऑफ चेस चेस में अगर आप बहुत ज्यादा इमोशनल हो कर के खेलोगे तो आपके जीतने के चांसेस है या फिर बिल्कुल कूल एंड काम माइंड से खेलोगे तो जीतने के ज्यादा चांसेस है कूल एंड काम माइंड से एक गलत मूव और खेल खत्म ऐसा होता है गेम ऑफ चेस मतलब ध्यान एक सेकंड के लिए भी वहां से आप हटा नहीं सकते हो योर माइंड हैज टू बी एब्सलूट फोकस्ड ऑन द गेम द गेम ऑफ

(09:53) गलतफहमी है देखना ध्यान से समझना आप लोगों को यह लगता है कि बिजनेस करने के लिए मोटिवेशन चाहिए और मोटिवेशन के लिए इमोशंस चाहिए जबकि ऐसा एक्चुअल लाइफ में नहीं होता है बिजनेस इ लाइक द गेम ऑफ चेस चेस में अगर आप बहुत ज्यादा इमोशनल हो कर के खेलोगे तो आपके जीतने के चांसेस है या फिर बिल्कुल कूल एंड काम माइंड से खेलोगे तो जीतने के ज्यादा चांसेस है कूल एंड काम माइंड से एक गलत मूव और खेल खत्म ऐसा होता है गेम ऑफ चेस मतलब ध्यान एक सेकंड के लिए भी वहां से आप हटा नहीं सकते हो योर माइंड हैज टू बी एब्सलूट फोकस्ड ऑन द गेम द गेम ऑफ

(10:32) बिजनेस उसके लिए एक ऐसा माइंड नहीं चाहिए जो बहुत इमोशनल हो क्योंकि इमोशंस के साथ में क्या आ जाता है एक्साइटमेंट या डिसपिटर आप बहुत ज्यादा एक्साइटेड होकर के बिजनेस शुरू करोगे तो जब रिजल्ट नहीं आएगा उतनी ही जल्दी आप डिसपे हो जाओगे डिसपे हो जाओगे जबकि बिजनेस किया जाता है विद द लॉन्ग टर्म विजन बाय कीपिंग द बिग पिक्चर इन माइंड जैसे मैंने चेस का एग्जांपल दिया बिल्कुल परफेक्ट एग्जांपल है बिजनेस के लिए बिजनेस ऐसा नहीं है कि आपने दो तीन चालों में सारी गेम खत्म कर दी सामने वाले की बिजनेस है कि पहले आपने एक किला बनाया यानी कि अपने आप को डिफेंड किया फिर

(10:32) बिजनेस उसके लिए एक ऐसा माइंड नहीं चाहिए जो बहुत इमोशनल हो क्योंकि इमोशंस के साथ में क्या आ जाता है एक्साइटमेंट या डिसपिटर आप बहुत ज्यादा एक्साइटेड होकर के बिजनेस शुरू करोगे तो जब रिजल्ट नहीं आएगा उतनी ही जल्दी आप डिसपे हो जाओगे डिसपे हो जाओगे जबकि बिजनेस किया जाता है विद द लॉन्ग टर्म विजन बाय कीपिंग द बिग पिक्चर इन माइंड जैसे मैंने चेस का एग्जांपल दिया बिल्कुल परफेक्ट एग्जांपल है बिजनेस के लिए बिजनेस ऐसा नहीं है कि आपने दो तीन चालों में सारी गेम खत्म कर दी सामने वाले की बिजनेस है कि पहले आपने एक किला बनाया यानी कि अपने आप को डिफेंड किया फिर

(11:12) स्ट्रेटजी बनाई फिर अटैक किया फिर जब टाइम आया फिर दिखाया कुछ और ताकि सामने वाले की अटेंशन वहां चली गई किया कुछ और यह सब करने के लिए यू नीड टू हैव द काइंड ऑफ प्रेजेंस ऑफ माइंड च इ फ्री फ्रॉम ऑल काइंड ऑफो इमोशंस दो तरीके के होते हैं एज फार एज योर ओन इमोशंस आर कंसर्न्ड यू हैव टू बी एब्सलूट इमोशनलेस इन बिजनेस बट एज फार एज द इमोशंस ऑफ योर क्लाइंट्स आर कंसर्न्ड यू हैव टू बी वेरी इमोशनल यू नीड टू अंडरस्टैंड कि सामने वाला इंसान क्या फील कर रहा है उसके दिल में उसके दिमाग में क्या चल रहा है उसकी क्या प्रॉब्लम है उसको मैं कैसे सॉल्व

(11:12) स्ट्रेटजी बनाई फिर अटैक किया फिर जब टाइम आया फिर दिखाया कुछ और ताकि सामने वाले की अटेंशन वहां चली गई किया कुछ और यह सब करने के लिए यू नीड टू हैव द काइंड ऑफ प्रेजेंस ऑफ माइंड च इ फ्री फ्रॉम ऑल काइंड ऑफो इमोशंस दो तरीके के होते हैं एज फार एज योर ओन इमोशंस आर कंसर्न्ड यू हैव टू बी एब्सलूट इमोशनलेस इन बिजनेस बट एज फार एज द इमोशंस ऑफ योर क्लाइंट्स आर कंसर्न्ड यू हैव टू बी वेरी इमोशनल यू नीड टू अंडरस्टैंड कि सामने वाला इंसान क्या फील कर रहा है उसके दिल में उसके दिमाग में क्या चल रहा है उसकी क्या प्रॉब्लम है उसको मैं कैसे सॉल्व

(11:55) करूं यानी अपनी प्रॉब्लम्स को इंपोर्टेंस देनी है जीरो सामने वाले को मेरी प्रॉब्लम ये है मेरा ये मेरा वो मेरा वो अरे दुनिया को उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है एज हार्श एज इट मे साउंड दुनिया को मतलब है अपनी प्रॉब्लम से तो एस फार एस अंडरस्टैंडिंग द प्रॉब्लम्स ऑफ योर कस्टमर्स आर कंसर्न वहां पर अपने इमोशंस को यूज करो बट जब बात आती है अपनी लाइफ की अपने पास्ट की या अपना जो काम करना है उसकी उसमें इमोशंस की कोई जगह नहीं है उसमें यू नीड टू बी अब्सोल्युटली प्रैक्टिकल h

(11:55) करूं यानी अपनी प्रॉब्लम्स को इंपोर्टेंस देनी है जीरो सामने वाले को मेरी प्रॉब्लम ये है मेरा ये मेरा वो मेरा वो अरे दुनिया को उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है एज हार्श एज इट मे साउंड दुनिया को मतलब है अपनी प्रॉब्लम से तो एस फार एस अंडरस्टैंडिंग द प्रॉब्लम्स ऑफ योर कस्टमर्स आर कंसर्न वहां पर अपने इमोशंस को यूज करो बट जब बात आती है अपनी लाइफ की अपने पास्ट की या अपना जो काम करना है उसकी उसमें इमोशंस की कोई जगह नहीं है उसमें यू नीड टू बी अब्सोल्युटली प्रैक्टिकल h

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