Paytm vs RBI: A Business Case Study by Rahul Malodia
paytm to गयो आरबीआई ने ऐसा फरमान सुनाया है जिसमें से paytm2 बार बैन हो चुकी है दो बार पेनल्टी लग चुकी है और ऐसे-ऐसे कारनामे या मैं बोलूं कांड किए हैं कि आप सुनोगे तो यकीन नहीं होगा कि ये कोई बैंक चल रहा है या लला जी की दुकान चल रही है कुछ लोग कह रहे हैं ये तो अभी शुरुआत है भैया अभी तो paytm-in के खिलाफ सरकार क्या कर रही है तो दो तरह के पक्ष है इसमें से कौन सही है कौन गलत है अभी वीडियो में पता लगा तो आज इस वीडियो में देखेंगे आखिर paytm-in हुआ कितनी पेनल्टी लगी और भाई साहब आखिर ये इतना बैन होने के बावजूद भी
(01:04) कंटिन्यू चलता क्यों रहा है आखिर ये फाइनेंशियल सेक्टर में बैंकिंग सेक्टर में किसी भी सेक्टर में फ्रॉड होता क्यों है और ये जो तुम्हारा राहुल तो जनता जनार्दन की जय बोल के करते हैं वीडियो की शुरुआत कहते हैं तुम छोटा मोटा गलत शलत कुछ भी करते रहो सरकार एक बार तो ध्यान नहीं देती पर जब सरकार ध्यान देती है तो पिछले कई सालों का खाया पिया निकाल लेती है और कुछ ऐसा ही हुआ 31 जनवरी को आरबीआई ने ऑर्डर जारी किया कि जो paytm2 फरवरी के बाद इसमें भैया किसी भी तरह के ट्रांजैक्शन नहीं हो पाएंगे इस paytm2 के बाद बाकी कोई पेमेंट्स वगैरह और
(02:08) यह सारी चीजें नहीं हो पाएगी फास्ट ट्रैक वगैरह सब नहीं चलेंगे ये जो एक्शन हुआ है paytm-in प्लेटफॉर्म है जहां पे आपने ऐप डाउनलोड किया और उसके वॉलेट से अपने पर्सनल अकाउंट को लिंक किया और उसकी मदद से आप उसमें पैसा ऐड कर सकते हो और दुनिया भर के पेमेंट कर सकते हो तो यह मोबाइल सिस्टम तो चल ही रहा था इन्होंने अप्लाई किया कि भाई साहब मुझे चाहिए पेमेंट्स बैंक का लाइसेंस 2015 में इनको लाइसेंस मिल गया 2017 में इन्होंने ऑपरेशंस चालू किए काम चालू किए एक साल हुआ था 2018 में आरबीआई ने बैन कर दिया कि भैया नए यूजर ऑन बोर्ड नहीं करोगे बोले भाई साहब क्या बात
(02:45) हो गई इतनी जल्दी उन्होंने कहा भाई साहब तुम्हारे एक प्रॉब्लम है क्या प्रॉब्लम है बोले तुमको जो लाइसेंस की शर्तें थी उसका उल्लंघन कर रहे हो तुम्हें जो डे एंड बैलेंस रखना चाहिए था वो मेंटेन नहीं कर रहे हो उसमें कोई प्रॉब्लम है केवाईसी के नॉर्म्स में कई गड़बड़ियां है इसलिए हमने तुमको बैन किया है साब लेकिन फिर वही है ना कि शुरुआत थी paytmbank.com खाते भी खोलने पड़ेंगे
(03:30) और खाते खोलने के इनके एग्जीक्यूटिव जा रहे हैं सबसे पहले किसके पास जाएंगे बताओ उसी के पास जाएंगे जिसके पास ऑलरेडी paytmbank.com पहली बात और इतना समझाओ आदमी समझता नहीं कहता एक अकाउंट है बहुत है काम चल रहा है नया क्यों खुलवा हं तो इन्होंने फिर एक ट्रिक करी इतना ना सीधा ना काला ना धौला बीच में आता है ग्रे एरिया वहां पे ये चले गए इन्होंने कहा कि अरे सुनो आरबीआई ने उस समय डंडा कर रखा था कि जितने भी भैया वॉलेट वगैरह है सब हवा में खुले हुए हैं इनकी केवाईसी कराओ और paytmbank.com करवा लेते हैं इन्होंने
(04:30) क्या किया जो केवाईसी का फॉर्म है हमारे एडिटर साहब अभी स्क्रीन पे दिखाएंगे आपको इस फॉर्म के अंदर ही लिख दिया कि भैया तुमको जब केवाईसी करानी है तो आपको अपने वॉलेट की केवाईसी करानी है आप किसी दुकान पे गए जहां पे उसका एजेंट बैठा है एजेंट आपके घर पे आया केवाईसी करने वो आपको कहता है इस फॉर्म पे साइन कर दो आधार वादा दे दो ओटीपी आएगा उस अकाउंट में क्या लिखा हुआ है कि हां मैं केवाईसी तो वेरीफाई करा ही रही हूं साथ में मैं तो इससे क्या हो गया भाई साहब आपको ऐसा लग रहा है कि मैं केवाईसी वेरीफाई करा रहा हूं पर आपकी केवाईसी वेरीफाई होते होते
(05:07) आपका खाता भी खुल रहा है बिना आपकी इच्छा के बिना आपको पता चले वो तो बाद में आपके पास मैसेज आएगा धन्यवाद आपका पेमेंट अकाउंट में खाता खुल गया आप बोले साला मैंने कब खुला या वो फिर बताएगा ये ले बताया था आपने तो बेसिकली उनकी मर्जी के बिना खाते खोल रहे थे कोई बात नहीं चलो कोई बात नहीं उसमें भी फ्रॉड तो नहीं हुआ खाता ही खुला है फ्रॉड तो नहीं हुआ अच्छा ऐसे ऐसे किससे सुनने को आए कि कोई बहुत ज्यादा इंटेलिजेंट आदमी चला गया सर हमारे एडिटर साहब जैसा उसने कहा कि भैया आपका केवाईसी वेरीफाई होगा ओटीपी आएगा आपने ओटीपी दे दिया अब वह बैंक अकाउंट का दूसरा
(05:37) ओटीपी मांग रहा है आप कह रहे हो दूसरा ओटीपी क्यों दूं एक ही ओटीपी दे दिया हो गया काम फिर वह समझाता है फिर वह किसी ने वैसे कोई फॉर्म पढ़ता नहीं है पर मान लो पढ़ लिया किसी ने फॉर्म अरे मेरा खाता खोल रहे हो नहीं मेरा खाता नहीं खोलना सिर्फ केवाईसी करानी है तो उस केस में उस एजेंट ने कहा खाता नहीं खुलवाए केवाईसी भी वेरीफाई नहीं करता जा तो ऐसे भी कई किस्से सुनने में आए वैसे बहुत लोगों ने था दिमाग नहीं लगाया मोस्ट ऑफ़ द खाते खुल गए अब इसमें एक और चीज़ क्या थी खाते खुल रहे थे ग्रेरी में खुल रहे थे लेकिन ये स्पीड भी दिन में 20 अकाउंट खोल लिए तो 000 हो गए
(06:32) महीने भर के 0000 हो गए यह बड़ा मजा भाई अब दुनिया जब खोलने पे आई अब पहले तो चलो फिर भी काम था तो केवाईसी चेक कर रहे थे आधा डंका होना चाहिए ये फोटो मैच नहीं कर रही नाम मैच नहीं कर रहा तो 50 मिल रहे हैं ना भैया तो सब मैच कर रहा है अब तो एक-एक आदमी के पेन अब भाई पेन नंबर दो पेन नहीं है कोई नहीं मेरा ही पेन लगा देता हूं एक-एक पेन पे 100 100 खाते एक एक पेन पे एक एक हज खाते खोल दिए पहली बात यहां पे एक लेवल पे बात खराब हुई दूसरा लेवल और आ गया साहब ये 50 50 वाला आदमी बहुत इंटेलिजेंट था इसने कहा यार मैं अकेला 50 कमा रहा हूं दिन में 0000 कमा रहा हूं
(07:04) इसने ऐड दिया इन्होंने कहा कि देखो जी नए बंदे अपॉइंट्स खाते खोल गया मैं दूंगा 50 मिलेंगे मुझे ₹ तेरे ₹ मेरे अब लाड साहब घर प बैठे हैं कि भैया 10 आदमी घूम रहे हैं ₹ के लिए उनके घर बैठे ₹ आ रहे हैं अब भाई साहब वो 50 के लिए तो उसने जो किया वो किया इन्होंने 0 के लिएने जाने क्याक किया अब भैया गड़बड़ तो ये हुई है ये सारी गलतियां इन्होंने की टॉप मैनेजमेंट को कुछ पता नहीं था यह भी हो सकता है टॉप मैनेजमेंट ने जानबूझ के करवाई यह भी हो सकता है सबूत कुछ नहीं है किस बात का लेकिन बात यह है कि जब भी गलती होगी तो भैया गर्दन तो टॉप मैनेजमेंट की ही पकड़ी
(07:41) जाएगी आप ये नहीं कह सकते ₹10 वाले ने कर दी 50 वाले ने कर दी भैया तुम क्या कर रहे थे इसी से पहली बिजनेस लर्निंग और लाइफ लर्निंग आती है जब भी आप किसी भी व्यक्ति को इंसेंटिव देते हो बड़ा सोच समझ के देना चाहिए क्योंकि इंसेंटिव के लालच में कई बार आदमी सीधी सधी हरकत भी करता है कई बार टेढ़ टे भी करता है उल्टी सीधी भी करता है और जब आप एक बहुत मास लोगों के बीच में हजारों लाखों लोगों को बाजार में भेज देते हो और इंसेंटिव का लालच देखके तो कौन आदमी क्या तरीका निकाल लेगा उस इंसेंट कमाने का ये भाई साहब आपके लिए रिस्की हो सकता है
(08:13) और बाद में आपके पीछे ही बात आएगी इसी बीच अक्टूबर 21 में आरबीआई ने इन पे लगाई 1 करोड़ की पेनल्टी किस बात की साहब आरबीआई को ही गलत इंफॉर्मेशन दे दी बताओ आम आदमी गलत आधार नंबर देने में डर लगता है गलत पेन नंबर देने में डर लगता है ये आरबीआई को ही गलत इंफॉर्मेशन दे रहे हैं आरबीआई ने कहा हमसे बंगा लगाओ 1 करोड़ की पेनल्टी अच्छा ये जो बात कहानी आपको मैंने बताई कि ऐसे खाते खुल रहे थे मार्च 2022 के आसपास सुख बु घट आरबीआई तक भी पहुंची और आरबीआई ने देखा अरे कस्टमर की कंसेंट ही नहीं ले रहे ये तो एजेंट अपने हिसाब से खाते खोल
(08:42) रहा है तो आरबीआई ने दोबारा इनको बैन किया नए कस्टमर बनाने से और एक बार इनकी जब जांच की थोड़ी ऊपर ऊपर से तो कुछ चीजें पता पड़ी जिसको देख के आरबीआई भी एक बार घबरा गई पता चला टेक्नोलॉजी में ही लैप्स है ठीक है अगर तुम गलत तरीके से खाते खोल रहे हो तो टेक्नोलॉजी ऐसी नहीं कि अगर तुमने कोई गलत खाता लगाया गलत डिटेल दी या एक बंदे का दूसरी बार खोलने लगे तो टेक्नोलॉजी रोक दे रोक ही नहीं रहे टेक्नोलॉजी में लैब्स है साइबर सिक्योरिटी का भी इशू पता चला कि भैया तो साइबर सिक्योरिटी का इशू है डाटा इस तरह से मैनेज है कि कभी भी अटैक हो सकता है इनकी
(09:10) इंफॉर्मेशन में पंगे हो सकते हैं एंटी मनी लरिंग के कुछ लॉ होते हैं वो फॉलो नहीं किए अच्छा बैंक का जो डाटा होता है बहुत सेंसिटिव होता है क्योंकि आम आदमी का पैसा है जनता का पैसा है तो उसकी तो भाई साहब डाटा से अलग से होना चाहिए ना सर्वर अलग से सिक्योरिटी अलग से यहां तो पता चला जो paytm2 कम्युनिकेशन इन का और बैंक का डाटा एक ही जगह प पड़ा है सर्वर और एक ही सर्वर आपस में ही काम में ले रहे हैं मतलब टेक्निकली उसी सर्वर के साथ ये दोनों सर्वर आपस में शेयर हो रहे हैं तो भाई साहब प्राइवेसी कहां गई सिक्योरिटी कहां गई और इसमें अगर एक एंगल और दिया जाए
(09:59) लेकिन पेमेंट बैंक्स पे मैंने अकाउंट खुला लिया अब मुझे अगर पेमेंट बैंक्स का अकाउंट होल्डर हूं एक्सेस कैसे करूंगा अरे मेरे को ऐ डाउनलोड करना ही पड़ेगा वहां वॉलेट दिखेगा ही और मैं ज ऐप खोलता हूं तो उसमें कौन सी सर्विस तो बैंक की और कौन सी वॉलेट की समझ और नहीं आती सब कुछ एक साथ कर रखा है इसीलिए यूजर्स की पिछले 5 सालों में 600 पर कंप्लेन बढ़ गई मतलब 11000 के आसपास कंप्लेन आती थी 20199 में अब आने लगई 66000 कंप्लेंट्स तो आरबीआई ने कहा नए कस्टमर तो बैन है और एक बाहर का ऑडिटर बुलाओ इनके भरोसे भाई साहब इनके खंड ठीक नहीं लग रहे बाहर का ऑडिटर बुलाओ वो बैठ
(10:32) के हमको रिपोर्ट देगा क्या चल रहा है और जो बाहर के ऑडिटर ने रिपोर्ट दी आपके आंख कान और दिमाग खुला का खुला रह जाएगा आरबीआई के ऑर्डर ने कहा कि भैया जितनी भी चीजें तुमने आरबीआई ने इनको बताई ना ये कमी वो कमी और ये बोले हां ठीक करेंगे ठीक करेंगे ठीक करेंगे कुछ ही ठीक नहीं कर रहे कहते हैं करेंगे करेंगे करते कुछ नहीं है जो प्रॉब्लम पहले थी आज भी वहीं बैठी है केवाईसी में मेजर इरेगुलेरिटीज है जिसकी वजह से कस्टमर का जो केवाईसी है वो रिस्क पे पड़ा हुआ है सब लाखों अकाउंट ऐसे हैं जिनका केवाईसी ही नहीं है कुछ डाला ही नहीं बस खाता खोल दिया कई ऐसे अकाउंट है
(11:03) जहां पे पेन वैलिडेट ही नहीं हो रहा एक-एक पेन पे 100 10000 खाते एकए पेन पे एक एक हज खाते खुले हुए हैं paytm2 लाख मैक्सिमम और उसमें लाखों करोड़ों के ट्रांजैक्शन हो रहे हैं paytm2 करोड़ 31 करोड़ इन एक्टिव अकाउंट है ये 20-30 के चक्कर में खोल लिए इन्होंने साइबर सिक्योरिटी का एक इवेंट हो गया उसकी रिपोर्ट लेट सबमिट की इनके कई अकाउंट और वॉलेट फ्रोजन कर रखे हैं अलग-अलग एजेंसीज ने क्योंकि उन अकाउंट से काफी फ्रॉड हुए और इतना सब देख के इन्होंने लगाई 5 करोड़ 40 लाख की पेनल्टी बहुत सारे ऐसे ऑकेजन थे जहां पे जो भी रिपोर्ट प्रमोटर ने सबमिट की आरबीआई को वो
(11:48) गलत पाई गई ये जो ऑडिट रिपोर्ट सबमिट की हमारे सीए साहब ने उससे एक महीना पहले ईडी ने भी इनके बैंगलोर ऑफिस को रेड किया था वो चाइनीज एप्ट करेक्शन के मामले में वाकी अभी ईडी ने कहा हम कोई कारवाई वगैरह इंस्टिगेट नहीं की इनके अगेंस्ट लेकिन एक बार भैया आ आर ईडी इनके ऑफिस पहुंची हुई है एनएचआई ने भी इनको नए फास्ट टैक इशू करने से बैन कर दिया है क्योंकि एनएचआई ने कहा ऑडिट करा लो इनको ऑडिट ही नहीं करवाएंगे बड़ी मुश्किल से ऑडिट के लिए माने और मानने के बाद भी पता चला मेजर प्रॉब्लम्स है तो एनएचआई ने कहते भाई तुम रहने दो फास्ट ट्रैक कहीं और से करा लेंगे
(12:16) तुम्हारे बस की ना है कुल मिला के इन शॉर्ट अगर मैं आपको paytm2 नहीं की एक-एक पैन से हजारों अकाउंट लॉगइन कर दिए बेनेफिशरी का पता नहीं है पेमेंट जिसको किया पता नहीं है अकाउंट की लिमिट का ध्यान नहीं रखते साइबर सिक्योरिटी टाइट नहीं है सर्वर एक जगह पे नहीं है कभी-कभी गलत रिपोर्ट देते हैं दो बार बहन हु है दो बार पेनल्टी लगी बाकी सब ठीक चल रहा है अब किन-किन के साथ क्या-क्या होगा वो सुन लो साब पहला सर हम तो वॉलेट यूजर हैं जी हमने तो कभी पेमेंट बैंक अकाउंट खोला ही नहीं हमारे पास जो एजेंट आया था उसके भी कब्जे में नहीं आया
(12:48) हमारे पास कोई अकाउंट नहीं है हमारे साथ क्या होगा तुम्हारे साथ कुछ होगा ही नहीं 30 तारीख के बाद से नया पैसा नहीं जोड़ पाओगे पुराना पैसा है वो निकाल सकते हो इस समय इन अकाउंट में तीन से 4000 करोड़ रुपए पड़े हैं अलग-अलग लोगों के तो चाहे तो 29 से पहले भी निकाल सकते हैं 29 के बाद भी निकाल सकते हैं टेंशन कोई नहीं है लेकिन नया पैसा नहीं ऐड कर पाएंगे तो मान लो आपने अगर कोई ईएमआई ले रखी है आ ले लिया साहब जोश जोश में उस अकाउंट से और 10 100 हज की 10 ई वहीं से जानी है तो भाई साहब 3 के बाद से और वहां पे पड़े मान लो अभी ई
(13:24) बाकी है 6 60000 जाने है और आपके उसमें पड़े पैसे 0000 तो या तो भाई साहब ई कहीं और से चेंज करवा लो और नहीं तो वहां पे एक बार 600 कर दो नहीं तो किश्त हो जाएगी बाउंस फास्ट टैक में जितना पैसा है भैया अभी घुमिया 2 फरवरी के पहले खूब खत्म हो जाएगा नहीं खत्म होता है तो उसके बाद भी खत्म कर लेना कोई टेंशन नहीं है पर रिचार्ज नहीं करा पाओगे तो आपको किसी दूसरी कंपनी से लेना पड़ेगा तो अभी लेके रख लो अब एक और चीज इंटरेस्टिंग है ध्यान से सुनना देखो भाई साहब टेक्निकल कांसेप्ट है देसी वा हम समझाएंगे अगर आपके यूपीआई डी में लास्ट में @paytm2 फरवरी के बाद देखो समझो क्या होता है
(13:55) जित जितने भी ये पेमेंट वॉलेट कंपनीज हैं इनको एक नोडल बैंक के साथ टाइप करना पड़ता है जो कि इनको यह पेमेंट की सुविधा देता है तो जैसे आपके फ p ने @ वाब कर रखा है क्योंकि उसने y बै को बोला भाई आपसे सुविधा चाहिए google-my करेंगे तो इन्होंने किसी बैंक से टैप नहीं करके खुद से ही सर्विस ले रखी @ द paytm2 @ paytm2 फरवरी के बाद नहीं चलेगी हां paytmbank.com बाद निकाल लो नया तो जोड़ नहीं पाओगे
(14:59) तो आपको तो मजबूरी में कोई दूसरा अकाउंट खुलवाना ही पड़ेगा अब कई जने कह रहे हैं कि सर जी मेरे पास क्या अकाउंट तो मेरा एसबीआई में है paytmbank.com गलत किया मौका देना चाहिए था आरबीआई ने तो गला ही घोट दिया वो इसी पॉइंट पे कह रहे हैं बताओ क्यों क्योंकि देखो मान लो मेरे पास 3 करोड़ 7 लाख यूजर है अब मेरे को चाहता हूं कि ये सारे यूजर मेरे पास ही रहे तो मुझे क्या करना पड़ेगा सबसे पहले किसी बैंक के पास जा के नोडल बैंक अकाउंट खुलवाना पड़ेगा मान लो मैं गया एसबीआई के पास नोडल अकाउंट खुलने में
(15:46) दो से तीन महीने लगते हैं दो से तीन महीने में तो अकाउंट खुलेगा फिर वो अकाउंट लेके मैं मेरी पूरी टीम को भेजूंगा 3 करोड़ 70 लाख दुकानदारों के पास कि भैया तुम्हारा करोड़ 70 लाख दुकानों पे डालूंगा अब ये पूरी एक्सरसाइज करने में दो-तीन महीने नोडल में और ये सब करने में टाइम भी लगेगा एफर्ट भी लगेगा और ये कम से कम छ महीने से साल भर का काम है आरबीआई ने 31 जनवरी को नोटिफिकेशन निकाल के बोलती है 29 फरवरी तक का टाइम है इस समय तक भाई साहब नोडल अकाउंट खोलना तो छोड़ दो और बाय चांस कैसे भी जादू से भी नोडल अकाउंट खुल गया तो भी
(16:18) भाई साहब 29 दिन में कैसे दुकानदार तक पहुंचा जाएगा तो यह दुकानदार तो मोटा मोटी से पैनिक में आता है जरा सा नाम सुना बोले भैया हमें तो नहीं चाहिए अब तुम कुछ भी समझाओ हमें तो इस नाम से ही लेनी देनी नहीं रखनी तो इसलिए लोग कह रहे हैं कि भैया गला गोट दिया और paytm-in का 28 पर तो रेवेन्यू देता था और इनको पिछले क्वार्टर 57 करोड़ का प्रॉफिट और दिया था तो इस चीज को स्केल करते तो ये शायद प्रॉफिट में आते अब ये बंद हो गई तो इनके प्रॉफिट में आने की उम्मीद अगर कह रहे थे 1 साल में आऊंगा भैया वो दो-तीन साल तक गई इन्होंने अपने मुंह से कहा कि
(17:11) 300 400 करोड़ का य बिड ड तो सीधा लॉस होना ही है पर मैं जरा ऐसा मानना है कि ये तो डायरेक्ट लॉस है जो सबसे बड़ा लॉस paytm2 बैंक्स फाइनेंसियल इंस्टीट्यूशन को लग रहा है कि र ये आरबीआई की राडार पे कंपनी चल रही है इसके साथ हम जड़ के कुछ करेंगे तो हम पे भी भाई साहब छीट आ जाएंगे तो ये भी थोड़ा दूर करना चाह रहे हैं तो रेपुटेशनल लॉस इज बिगर लॉस paytm2 नहीं कहता मैं कोई आरबीआई रजिस्टर्ड से भी रजिस्टर्ड डिवाइज तो हूं नहीं जो आपको बताऊं क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए एज अ बिजनेस कंसल्टेंट तो बता रहा हूं कि इस कंपनी का फ्यूचर जैसा
(18:00) दिख रहा है मैं आपको बता चुका हूं बाकी तो अपना डिसीजन आप ही लोगे ना मैं थोड़ी बताऊंगा क्या करना है अब ये सवाल जिस पे कोई डिस्कशन कई लोगों ने नहीं कि कि आखिर ये होता क्यों है तो आप नोटिस करना कि स्टार्टअप फील्ड में जैसे अभी गो मैकेनिक के साथ भी ऐसा कुछ केस हुआ था ये खबरें उड़ती उड़ती आपके पास आती रहती है एक्चुअली क्या होता है स्टार्टअप को ग्रो करने की जल्दी होती है जो भी इन्वेस्ट करता है उसको पता है कि भैया प्रॉफिट तो कमा नहीं रहा है हमको तो कुल मिला के इसकी एक्स 100 करोड़ की वैल्युएशन पे लेना है इसके नंबर दिखाने और 500 करोड़ की
(18:26) वैल्युएशन पे बेच के जाना है जो 500 पे घुसता है वो सोचता है नंबर दिखाऊंगा 1500 करोड़ बाहर निकल जाऊंगा तो यहां पे प्रॉफिट का लेना देना नहीं है सबको नंबर से लेना देना है इसलिए हर क्वार्टर के टारगेट है हर आदमी चाहता है इस क्वार्टर में ये चीज करो इतने खाते खोल के दो इतना मुझे ट्रांजैक्शन करके दो इतनी जगह ये करके दो इतने यूजर इनरोल करके दो इतने पप डाउनलोड करके दो तो ये जल्दी बाजी में गलतियां होती पुराने जो एंपायर इतने बड़े बिजनेस बिल्ड हुए इन्होंने क्या किया टाइम लेके काम किया कि ठीक है यार ये कोई चीज करनी है ना पहले दो-तीन महीने मार्केट
(18:56) रिसर्च कर लेते हैं फिर दो-तीन महीने इसका छोटा सा एक्सपे एक्सपेरिमेंट कर लेते हैं छोटा एक्सपेरिमेंट सफल हो गया तो फिर इसको थोड़ा सा और बड़ा करते हैं थोड़ा और बड़ सफल हो गया अब थोड़ा आगे लेके जाते हैं इतना टाइम स्टार्टअप के पास नहीं है कौन सा मार्केट सर्वे कौन सा एक्सपेरिमेंट जो करना है फोड़ दो इसी क्वार्टर में फिर गलतियां होती है दूसरी चीज जो आपको सीखनी चाहिए इस केस स्टडी से कंप्लायंस इज वेरी इंपोर्टेंट आप बोलोगे सर इतनी तो हम करते ही अरे सुनो मेरे दादा इनकम टैक्स में कुछ ऊंच नीच कर रहे हो जीएसटी की में कुछ ऊंच
(19:22) नीच कर रहे हो आरओ की फाइल में किसी प्रकार के लाइसेंस में किसी प्रकार की फीस में आपको लग मैं नहीं दे रहा क्या फर्क पड़ता है कोई भी नहीं दे रहा कभी नोटिस आएगा तो सी साब को कह देंगे सी साब संभाल लेंगे नॉर्मली ऐसा हो जाता होगा लेकिन भाई साहब कभी सरकार की नींद खुली और सरकार जगी तो पिछले सात आ साल का खाया पिया एक दिन में निकाल लेती है इतना आपके पास होता भी नहीं है ठीक है तो इस चीज का हमेशा ध्यान रखो कंप्लायंस इंपोर्टेंट है शुरुआत में आपको लग रहा है कि यार लाख रुपए बिना बाद लग जाएंगे वो लगा दो बिना बात नहीं तो बिना बाद वो लाख रप पेनल्टी में बदल के
(19:54) इंटरेस्ट में बदल के वो लाख रप 20 लाख घूम के भी आपके पास आ जाए और सेबी से हाथ जोड़ के निवेदन कि सेबी जी आप वैसे बहुत अच्छा काम कर रहे हैं मैं आपसे बहुत समर्थित हूं लेकिन ये जो लॉस मेकिंग स्टार्टअप आईपीओ लेने आ रहे हैं देखो ये अपने घर-घर में खेल रहे हैं कि इसका वैल्युएशन इसका वैल्युएशन पर ये वैल्यूएशन उठा के जब ये आम इन्वेस्टर के माथे मारते हैं तो आपकी जिम्मेदारी है बचाने की तो ये जो लॉस मेकिंग स्टार्टअप है इनके आईपीओ के रूल बहुत ज्यादा स्टिक कर दो या मैं बोलता हूं भैया आने ही मत दो ना यार रूल बनाओ ना प्रॉफिट है तो आ नहीं तो मत आ भैया जनता
(20:22) का पैसा लग रहा है तो प्लीज आप इसमें सीरियस होके रोल बनाइए ये मेरा था और इस पूरे केस स्टडी पे मेरा जो ओपिनियन थी मैंने आपको हां थोड़ी सी लेट आई है क्योंकि मैं थोड़ा जगह-जगह व्यस्त था यह कंटेंट तो कब से रेडी था बस शूट करने में थोड़ा सा टाइम लग गया सो और भी कोई नया टॉपिक होता रहेगा उसम मैं मेरी ओपिनियन मेरी रिसर्च आपके सामने लाता रहूंगा मुझे बताइए और कौन सा टॉपिक है जिस पर आप चाहते हैं अपन अगली वीडियो बनाए तब तक के लिए धन्यवाद
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