The Most Practical Advice by Sandeep Maheshwari | Inspirational Speech in Hindi
मेरा क्वेश्चन य है कि क्या लाइफ में कुछ बड़ा करना ही एक सक्सेसफुल मतलब हमारी सक्सेस डिफाइन करता है बिल्कुल भी नहीं ऐसे बहुत लोग हैं जिन्होंने बहुत कुछ बड़ा कर दिया है लेकिन वह अपनी जो पावर्स है उसको गलत तरीके से यूज कर रहे हैं इंपॉर्टेंट यह है कि आप जो भी कर रहे हो उसकी वजह से आपकी लाइफ कैसी हो रही है और जो कर रहे हो उस उसका असर बाकी लोगों पर कैसा आ रहा है यह भी इंपॉर्टेंट है या नहीं है बिल्कुल आपने तो कुछ बहुत बड़ा कर दिया अपने लिए मान लो हजार करोड़ रुपए इकट्ठा कर लिया आपने लेकिन उसकी वजह से लाखों लोग बर्बाद हो गए
(00:42) तो क्या ये अच्छा है बुरा है बुरा है आपके लिए तो अच्छा है लाखों लोगों के लिए बुरा है क्योंकि होता क्या है कि जब यह लालच हमारे ऊपर हावी होता है ना फिर इंसान को यह नहीं समझ आता है कि वो रुके कैसे लालच एक वायरस के जैसा है एक बार वो हमारी ब्रेन के अंदर आ जाता है ना फिर मल्टीप्लाई होता है बहुत तेजी से फिर एक इंसान के लिए रुकना इंपॉसिबल हो जाता है क्योंकि ट वायरस टेक्स यू ओवर वो ग्रीड आपके ऊपर इतनी हावी हो जाती है क्या वह आपसे ऐसे ऐसे काम करवाती है कि आपको खुद नहीं समझ आता है कि आप इंसान से क्या बन गए हो सो यह जो आप पूछ रहे हैं कि क्या
(01:16) कुछ बड़ा करना लाइफ में इंपॉर्टेंट है या यही सब कुछ है तो यह जो कांसेप्ट है यह आपको बेचा गया है यह हमारे इंडियन कल्चर में कहीं पर भी नहीं है यह कल्चर कहां से आया है यह यूएस से आया है क्योंकि वहां पर सक्सेस का सिर्फ एक मेजरमेंट है कि आपने लाइफ में क्या अचीव किया है और अभी हम लोग भी सब ब्लाइंड उनको कॉपी कर रहे हैं और वैसे ही बनते चले जा रहे हैं सबको मतलब इससे है कि आपके पास में गाड़ी कितनी बड़ी है घर कितना बड़ा है आपका लाइफ स्टाइल कैसा है आपका स्टेटस कैसा है तो यहां पर एक बहुत बड़ी गड़बड़ है हमने अपने कल्चर को नहीं देखा हमने अपनी जो संस्कृति है
(01:51) उसको नहीं देखा जो कि हजारों साल पुरानी है अगर उसको आप पढ़ेंगे तो उसमें कहीं पर भी यह नहीं लिखा हुआ है जिसकी आप बात कर रहे हो रावण को देखो उसने कितना बड़ा कुछ अचीव किया किया था सोने की लंका इससे बड़ा आप क्या करोगे तो क्या यही लाइफ का गोल है तो जो इंडियन कल्चर है वो उससे बहुत अलग है जो कैपिट इकॉनमी है उनका जो कल्चर है अगर आप किसी भी यूएस के पब्लिक स्पीकर की बातें सुनोगे तो वहां पर सिर्फ एक ही बात होगी सक्सेस पैसा इतना मिलियन डॉलर इतना बिलियन डॉलर यह वो मिलिनेयर बिलियरटी और समझे सिर्फ पढ़ने से भी कुछ नहीं होता रटने से कुछ नहीं होता है पढ़ना
(02:34) होता है समझना होता है बिना उसको समझे अपनी जो जड़े हैं बिना उसको देखे बस ब्लाइंड जो वेस्टर्न सिविलाइजेशन है उसको कॉपी कर रहे हैं तो अगर मेरे पर्सपेक्टिव से देखोगे तो लाइफ में यह मैटर नहीं करता है कि आपने जो किया वह कितना बड़ा किया कितना छोटा किया आप कोई बहुत छोटे लेवल पर कुछ काम कर रहे हो लेकिन उस काम को अच्छे से कर रहे हो एक्चुअल में लोगों की लाइफ में कुछ वैल्यू ऐड कर रहे हो तो वो काम मेरे पर्सपेक्टिव से देखोगे तो एक्चुअल में बड़ा है दुनिया की नजर में छोटा हो सकता है अब डिपेंड ये करता है कि आपके माइंड में क्या है क्या वह बड़ा है या
(03:09) छोटा है अगर वोह काम बड़ा है तो आपके अंदर एक कॉन्फिडेंस होगा आपकी आंखों के अंदर बट सर सम टाइम ना वो कॉन्फिडेंस अच्छा हम कर रहे होते हैं बट वो हमें पता है हम अच्छा कर रहे हैं बट फिर भी ना जो हमारे रिलेटिव्स होते हैं ठीक है हमारे फैमिली हो गई वो इतना हमें नीचे गरा देते कि नहीं चीज गलत है जो तुम कर रहे हो वो इसी वजह से क्योंकि उनकी जो थिंकिंग है वो इन्फ्लुएंस है बाकी लोगों की जो थिंकिंग है उससे जो चारों तरफ हो रहा है वैसे ही तो वो एक्ट करेंगे तो ये जो मैं कह रहा हूं यह औरों से बहुत अलग है तो आपको देखना है कि आपको सबके जैसा बनना
(03:47) है जैसे इंसान पहले बंदर था आज भी बहुत सारे इंसान कहने को इंसान है लेकिन है बंदर य अपनी वेल्थ को मल्टीप्लाई करने के लिए भाग रहे हैं बेवकूफ की तरह बिना ये समझे कि जो मैं कर रहा हूं उसका इंपैक्ट क्या आ रहा है सोसाइटी पे सबका यही हाल है आप किसी की तरफ उंगली नहीं कर सकते क्योंकि आप खुद ऐसे हो अगर आपके बैंक अकाउंट में ₹ लाख आपको 10 लाख चाहिए अगर अभी आप जॉब कर रहे हो तो आपको इससे मतलब नहीं है कि ये जो मैं प्रोडक्ट बेच रही हूं यह स्कैम है या जेनुइन है या इससे लोगों की लाइफ अच्छी हो रही है बुरी हो रही है कोई बीमार हो
(04:24) रहा है मान लो आप फर्जी दवाइयां बेच रहे हो जिसकी वजह से कोई इंसान मर सकता है लेकिन आपको मतलब है अपने टारगेट से जो आपको ऊपर से मिला है अगर टारगेट अचीव हो गया तो तुम्हें एक लाख का इंसेंटिव मिलेगा तो आपने कैलकुलेशन करी अच्छा 10 महीने में 10 लाख आ जाएंगे तो अगर आपके पास में एक लाख है तो आपका दिमाग चलेगा 10 लाख तक 10 लाख है तो एक करोड़ तक एक करोड़ है तो 10 करोड़ तक 10 करोड़ है तो 100 करोड़ तक तो देखने में सब अलग अलग लग रहे है सारे एक जैसे ही एक ही रेस में भाग रहे हैं सारे के सारे कोई भी रुक करके अपने आप से क्वेश्चन नहीं पूछ रहा है कि य जो मैं कर
(04:58) रहा हूं वो करने की वजह से एक्चुअल में क्या हो रहा है सेटिस्फेक्शन यहां प्ले करती है कोई रोल यह बहुत बड़ी गलतफहमी है कि सेटिस्फेक्शन वहां पर ज्यादा है वहां पर कम है देखो जो लोग वह कर रहे होते हैं जो बाकी सब कर रहे होते हैं वहां पर कोई प्रॉब्लम नहीं होती है अब यह बात थोड़ी सी अलग है जो आपने मोरल साइंस की किताबों में पढ़ी है उससे क्योंकि यह बात बेस्ड है रियलिटी पर तो रियलिटी यह है कि ये जो रास्ता है जिसकी मैं बात कर रहा हूं यहां पर कोई सेटिस्फैक्ट्रिली द टाइड यू आर इन अ
(06:03) मेस वहां पर ये खुशी हैप्पीनेस सेटिस्फैक्ट्रिली सुख मिलेगा दुख मिलेगा बल्कि मेरे से लिखवा करके रख लो दुख मिलेगा लाइफ की धजिया उड़ेगी बट आपके अंदर दम होना चाहिए मेरे को सही रास्ते पर चलना है हिस्ट्री को उठा कर के देख लो जो इंसान सही रास्ते पर चला है उसकी जिंदगी कोई बहुत खुशियों से नहीं भरी हुई है दुख और दर्द से भरी हुई है तो आपको देखना है कि आपको क्या चाहिए अपने लिए 99 पर लोगों को इससे मतलब नहीं है कि मैं जो कर रहा हूं उसका दुनिया के ऊपर क्या असर आ रहा है क्योंकि दुनिया को भी उनसे मतलब नहीं है आपको इसकी एक और लेयर
(07:01) बताता हूं बहुत मजेदार जिनके लिए आप कुछ अच्छा कर रहे हो वही लोग आपको सूली पर चढ़ा देंगे तो जहां आपने कुछ भी ऐसा करने की कोशिश करी जो कि सही है तो एक तो जो गलत है वह सब आपके अगेंस्ट हो गए प्लस जिनके लिए आप सही कर रहे हो उनका भी ब्रेन वश हो चुका है वह भी गलत की तरफ है वह गलत को ही सही मानते हैं वो भी आपके अगेंस्ट हो गए क्योंकि ये जैसा बोलेंगे यह जनता मान जाएगी तो जनता भी आपके अगेंस्ट सिस्टम भी आपके अगेंस्ट तो पूरी दुनिया आपके खिलाफ आप अकेले खड़े हो तो इसके लिए जो स्ट्रेंथ है वह एक अलग ही लेवल की चाहिए यह रास्ता हर एक के लिए
(07:43) नहीं है क्योंकि इस रास्ते पर जब आप चलोगे तो बड़े से बड़ा जो आपका लालच है वह आपके सामने होगा बड़े से बड़ा जो डर है वह आपके सामने होगा फिर भी अगर आप इस रास्ते पर चल सकते हो तो चलो 99.99% लोग तो इस रास्ते पर कभी चले नहीं इसकी बातें करेंगे अपने घर में बच्चों को सिखाएंगे कि बेटे सही रास्ते पर चलो सच बोलो यह करो वो करो काम सारे उल्टे कर रहे होंगे एक्चुअल में तो 99.99% लोग तो
(08:14) इस रास्ते पर कभी चलेंगे ही नहीं जो 01 पर लोग चलेंगे तो वो यह सोच करके चलेंगे जो अभी आपने बोला कि इस रास्ते पर चलने में ना चाहे दुनिया हमारे अगेंस्ट होगी लेकिन अंदर से हमें बहुत सेटिस्फेक्शन मिलेगी बहुत खुशिया मिलेंगी जब चलना शुरू करोगे तो आप देखोगे भाई यहां पर तो ध उड़ रही है अंदर भी और बाहर भी इट्स लाइक अ बैटल ग्राउंड एंड वंस यू आर ऑन द बैटल ग्राउंड वहां पर खुशी कहां है मतलब इसको ऐसे देखो आपके गले के ऊपर तलवार लटक रही है और आप बातें कर रहे हो सेटिस्फेक्शन की खुशी की कहां है 24 घंटे आपके गले पर तलवार लटकी हुई है तो जो 01 पर लोग इस रास्ते पर चलेंगे
(08:54) उसमें से भी 99.9 पर लोग पीछे हट जाएंगे जैसे ही उनका सबसे बड़ा लालच या उनका डर उनके सामने होगा तो रेयरेस्ट ऑफ रेयर कोई इंसान होगा जो इस रास्ते पर चलेगा उसका एंड क्या है मरेगा तो अगर इस एंड के लिए तैयार हो तो इस रास्ते पर चलने के बारे में सोचो नहीं तो चुपचाप वो करते रहो जो बाकी सब कर रहे हैं सुखी रहो खुश रहोगे
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