अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले धरने पे हिन्दू संत ? 2024 Loksabha Election | Congress BJP
सामने आप देख सकते हैं सोनिया गांधी का बंगला है और सोनिया गांधी के बंगले के बिल्कुल ठीक सामने बालयोगी जो संत समाज से आते हैं जो काटने मारने की और लड़ाई झगड़े की बात करें जो नफरत फैलाने की बात करें किसी का घर उजाड़ने की बात करें वो कैसे हम मान ले कि वो संत है पूरे देश की जनता बायकॉट करेगी 22 जनवरी को दिन बताओ हम संत को माने कि अल्लू गल्लू बल्लू गल्लू को माने इस देश से तानाशाही को मिटाने के लिए बैठे हुए हैं साइंस अपनी जगह है आस्था अपनी जगह है ठीक है हॉस्पिटल र अपनी जगह है और मंदिर मस्जिद अपनी जगह है भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय के आगे बैठ जाता तो शायद खालिस्तानी पाकिस्तानी और या फिर आतंकवादी घोषित हो जाता आदाब दोस्तों मैं
(00:36) आपके साथ जफर सिद्दीकी आप देख रहे हैं पीआरबी मौजूद हूं इस वक्त मैं सोनिया गांधी के बंगले के ठीक सामने सामने आप देख सकते हैं सोनिया गांधी का बंगला है और सोनिया गांधी के बंगले के बिल्कुल ठीक सामने आज मुस्लिम समाज के व्यक्ति समीर खान साहब बैठे हैं और बालयोगी जो संत समाज से आते हैं बालयोगी वो है जो लगातार आप सोशल मीडिया पर इनको देखते होंगे लेकिन आज सड़क पर बैठे हैं खुले आसमान के नीचे बालयोगी जी पीआरबी में स्वागत है आपका आज क्या जरूरत आन पड़ी कि
(01:10) खुले आसमान में ठंड के समय में आप सड़क पर बैठे जब सब कुछ मिटने लग जाए सब कुछ बर्बाद होने लग जाए ना तो हम क्या कोई भी इंसान होगा जो सच्चा होगा वो निकल जाएगा आश्चर्य की बात यह है कि आज देश के हालात है और जो काम विपक्ष का होना चाहिए आप बताइए कहां है 145 सांसद जी क्या कर रहे हैं वह कौन सा मूवमेंट तैयार किया गया ईवीएम को लेकर क्या बोल रहे हैं वह कोई भी ऐसी सूचना यट पर मीडिया पर आपको मिली जी विपक्ष बिल्कुल इससे जो है अलग थलग नजर आरहा अलग थलग नरर मुद्दा क्या है उनका विपक्ष का हमारे सीट बंटवारा जी पार्टी एक जोड़ना कोई अलग
(02:04) नाराज हो रहा है और चुनाव कितना टाइम रह गया है दो तीन महीने तो बताइए हम चुनाव कैसे जीतेंगे हम बीजेपी को कैसे हराए गे और सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि अगर हम जैसे लोग आ आगे आना भी चाहे न साल से कौन सा ऐसा बैरियर है कौन सा ऐसा व फुटपाथ है कौन सा ऐसा जगह है जहां पर मैं लाठी डंडा मारपीट जेल नहीं गए हो गुजरात चुनाव में सीना ठोक के एक महीने मोदी के गढ प रह के मोदी को सुना के आया हूं उत्तर प्रदेश में काम करके आया हूं हां कांग्रेस के लिए बहुत कुर्बानियां दी आपने भाग लगा ल लेकिन हमें जब वहां प कुछ खामियां मिलती है हम अपने नेताओं से कहते
(02:45) हैं तो वो गोल गोल घुमा देते हैं तो हमें शक हो जाता है तो शायद वो भी इस खामियों में मिले हो कांग्रेस की हार का कारण कोई भाजपा नहीं है उसके अंदर के ही कुछ लोग हैं तो राहुल गांधी से मिलना आया आज आप यहां पर देखिए क्या सं संत समाज नहीं मिल सकता जब चारों शंकराचार्य को हमारे जो है वहां से हटा दिया गया और हिंदुत्व के हिंदुत्व के अजंडे में भाजपा बारबार जीत रहा है हिंदुत्व के लिए कुछ काम नहीं कर रही है तो क्या इस विषय को लेकर हम उनसे नहीं मिलेंगे और दूसरी महत्त्वपूर्ण बात यह है क्या हम संत समाज के लोग कांग्रेस से उम्मीद 1520 टिकट कभी नहीं कर सकते हैं कि
(03:19) 152 टिकट हमारे सं समाज को दिया जाए हमारे यहां के लोगों को दिया जाए हमारे यहां लोगों को उतारा जाए लेकिन भाजपा प्योर बाबा को देती है आप बाबा को मत दो जी आप पढ़े लिखे अनुभवी बाबा को दो हम तो मुलाकात हुई राहुल गांधी साहब कहां अभी जब 11 सुबह 9:00 बजे गए ल्लक वाले रोड प गए थे तो वहां मालूम चला कि वो यहां नहीं रहते हैं अच्छा तो वो अपनी मां के साथ रहते हैं फ जनपद वाली रोड पे आए तो वहां बैठे थे तो उन्होंने कहा कि वो देश में नहीं है अभी वहीं बाहर गए हुए हैं तो हमने कहा ठीक है आज हम 5:00 बजे तक यहां बैठ जाते हैं मज दे देते कि हम लोग यहां पे आए
(03:50) थे और अगर हम लोगों को महज नहीं मिलता है तो कल हो सकता है हम लोग परमिशन परमिशन लेके बिल्कुल बैठेंगे हम हम एक सत्याग्रह की तरह सत्याग्रह देंगे मुझे उम्मीद है कि हमारे नेता क्योंकि अभी अगर ये भाजपा का कार्यालय होता अच्छा या भाजपा के किसी नेता का घर होता तो मैं पा मिनट ज्यादा बैठ ना पाता आठ डंडे बच जाते हैं मतलब और अगर ये कांग्रेस है तो अब संतों को मानना चाहिए कि संतों की सही सुनवाई कांग्रेस में ही होगी इसीलिए मेरी उम्मीद है और जहां उम्मीद है जब जनता के लिए हम लाठी खा सकते हैं मार खा सकते हैं जनता के लिए हर अपना घर द्वार छोड़ सकते हैं तो यार तो
(04:24) चार पांच दिन अपने नेता के लिए बैठ भी सकते हैं तो राहुल गांधी से उम्मीद है पूरी उम्मीद है पूरी उम्मीद है मुलाकात क्योंकि उन्होंने कई लोगों से मुलाकात की और हमारी आवाज हमारे नेता नहीं सुन रहे हैं इसलिए हम वहां बैठेंगे अच्छा इसलिए वहां तक आवाज पहुंचाने के लिए हम यहां बैठना पड़ेगा लेकिन जिस तरीके से वकील सड़कों पर उतरकर आंदोलन कर रहे हैं आंदोलित है वकील बड़े वकील जो सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता है उन्होंने जो ईवीएम की लड़ाई लड़ रहे हैं चुनाव आयोग ने झूठ बोला जी चुनाव आयोग ने ज हम लोगों ने मुकदमा किया है सब लोग बोलने लगे हम लोग
(04:55) हमारी कई लोगों लोग के सुप्रीम कोर्ट हम लोग जा रहे हैं तो उसने कहा कि हम धमकी देते हुए कि हम नोटिस भेजेंगे और ईवीएम देंगे और जो हैक नहीं कर पाएगा उससे जेल भेजेंगे आज हम सब ईवीएम मांग रहे हैं कि हमें दो हम ईवीएम हैक करके दिखाए तो आप क्यों नहीं भेज रहे हो भाई क्यों नहीं कर रहे हो भाई एक टाइम था कि प्रधानमंत्री निकलते थे अगर कोई युवा हुआ सड़क प बैठ के अपना प्रोटेस्ट कर रहा है बैठा है तो उसे भगाए आज इस देश के प्रधानमंत्री मोदी जी गुजर जाए कहीं से कुत्ता बिल्ली को भी भगा दिया जाता है उस रोड से ये कुत्ता बिल्ली नहीं
(05:26) दिखना चाहिए मतलब तो बहुत कम समय रहा क्या लग रहा है कि कांग्रेस टक्कर दे पा जी कांग्रेस लड़ पाएगी इस बार कांग्रेस चुनाव भी लड़ेगी चुनाव भी जीतेगी बस कुछ परिवर्तन कुछ रणनीतियां कुछ परिवर्तन करने होंगे पुराने खाए पिए लोगों को चिरौंजी लालों को वापस कर देना चाहिए यह पूरी तरह से इनके दिमाग में गी लकड़ी है कितना ही फुक जलने वाले नहीं है जैसे पटवारी जी को मौका मिला जी जैसे अभी आपका छत्तीसगढ़ में किसी को और न तो नए लोगों को मौका दीजिए नए युवा चेहरे लाइए और 10 से 12 टिकट संतों को भी देने चाहिए जहां जहां अयोध्या मथुरा काशी ऐसे धार्मिक स्थल हैं वहां से संत
(06:05) जानकार ही चुनाव लड़े और मैं दावा करता हूं कि कांग्रेस ऐसे संतो को टिकट देगी जो जनता के मूल्य में विश्वास ज्यादा रखेगा जनता को काम ज्यादा करेगा जो जनता का काम करेगा भापा भी तो देती है संतो को टिकट भाजपा के संत कैसे हैं कैसे संत हैसे काम कर रहे हैं काम कर रहे हैं गाली देने वाले संत है आप बाल मुकुंद चार की भाष सुन लो वो संत कहीं से लगता है आप उसकी और साक्षी महाराज को सुन लो जी स्वाति प्रज्ञा ये सब संत हैं आपको संत लगते हैं संत लगते हैं बताइए जो काटने मारने की और लड़ाई झगड़े की बात करें जो नफरत फैलाने की बात करें किसी का घर
(06:39) उजाड़ने की बात करें वो कैसे हम मान ले कि वो हम संत है और इसीलिए हम जैसे संतों को हम ऐसे लोगों को हम जैसे गरीब आदमियों को हमें कोई टिकट पकट या लालसा चुनाव हाउस लोगों ने कहा कि आपको योद्ध से चुनाव लड़ र है हमने कहा हां लड़ नाहा है पहले मिलने दो दो अच्छा पहले मिलने दे तुम कोई राहुल गांधी से मिल के उसके बाद तुम कोई बहाना बना लो कि हम चुनाव के लिए आए हैं टिकट मांगने आए हैं कर भैया टिकट मांगना होता तो हम कब का दबाव बना के टिकट ले चुके होते हम टिकट जा अच्छा राम मंदिर जा रहे हैं 22 तारीख को जब हमारे संत नहीं जाएंगे
(07:07) तो हम क्यों जाएंगे ज हमा शंकराचार्य ही नहीं जाएंगे तो हम क्यों जाएंगे कोई विपक्षी नेता नहीं जाना चाहिए भाजपा के सहयोगी दल जो हिंदुत्व को मानने वाले हैं सच्चे सनातनी को मानने वालेचा को मानते हो वो भी ना जाए पूरे देश की जनता बायकॉट करेगी 22 जनवरी को दिन अच्छा मंदिर और जो कह रहे हैं कि जो राम मंदिर में निमंत्रण मिलने के बाद ना जाए वो भागा है मैं कह रहा हूं उससे बड़ा भागा वो है जो राम मंदिर की प्रांत प्रतिष्ठा चुनावी म करवा रहा है और संत हो के दलाली कर रहा है किसी पार्टी की अच्छा दलाली है भव्य मंदिर का उद्घाटन हो रहा है कैसी मंदिर बना नहीं
(07:42) उदघाटन कैसा मंदिर कंप्लीट नहीं है छ महीने का टाइम लगेगा मंदिर बनने में और यह मुद्दा मंदिर से भी ऊपर का है मंदिर बन गई और मंदिर बन कहां रही है जहा जहां पर रेप सबसे ज्यादा होता है जी वहां मंदिर बन रही है उसका स्थापना कौन करने जा रहा है योगी आदित्यनाथ योगी आदित्यनाथ कौन मुखिया जहां बहन बेट को हर चौरा प घसीट लिया जा रहा है गुंडागर्दी चलम प देख टीवी के एंकर ने जो है एंकरिंग करते हुए कहा कि अगर आप र राम मंदिर चले जाएंगे तो आपको अस्पताल जाने की जरूरत मैं कह रहा हूं गुल्लू को इस बीच रोड में खड़ा कर दो औरो टक्कर मार दे तो
(08:14) मैं पूछता हूं कि मंदिर जदा हस्पताल जाता है अभी हमारे आदि गु शंकराचार्य बीमार पड़े थे तो अस्पताल गए थे अभी हमारे संतों ने ये कहा है एक संत हमारे हैं पीला बस धारण करते हैं उन्होंने यह बात कही कि देखो डॉक्टर का काम डॉक्टर करता है वो मंदर मस्जिद से नहीं होता है वो डॉक्टर का काम डॉक्टर करता है तो बताओ हम संत को माने कि अल्लू गल्लू बल्लू को माने ये तो ग खाए हुए ऐसे पत्रकार हैं इनको तमीज नहीं है बात करने की जनता की दलाली करने वाले पत्रकार जनता के मुद्दे ना उठाने वाले पत्रकार क्या ये मणिपुर में बोलेंगे क्या ये प्रधान मंदी सवाल कर
(08:46) पाएंगे तो को रोजगार का तो ऐसे नमूनों की बात तो हमसे करना मत हम लोग क्रांतिकारी लोग है सर्दी के नीचे बैठा हूं देख लो तो 22 तारीख का मतलब बायट कर रहे हैं आप 22 तारीख को जब संत नहीं जाएंगे तो कोई नहीं जाएगा कोई नहीं जाएगा चलिए एक मुस्लिम समाज से जुड़े हुए भी बैठे हैं यहां पर समीर खान साहब समीर साहब कैसे देख रहे हैं आप 22 तारीख को जो भव्य मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है तो बहुत बड़ी तादाद में लोग ये कह रहे हैं कि मस्जिदों से भी उस दिन राम का जाप होना चाहिए नहीं आपने एक सवाल अभी पंडित जी से कि आप कह रहे हैं 22 तारीख तक मंदिरों में
(09:19) बजाएंगे राम का कल को कोई आदमी नमाज पढ़ने के लिए टाइम मांग लेगा फिर मोहित यादव आत्महत्या करेगा क्या फिर आपकी आस्था भंग हो जाएगी फिर हमारे हिंदू समाज का कोई आदमी फसी लगाना पड़ेगा उसको तो भाई भैया क्या कर रहे हो जिसको सुनना होगा हेड फोन में सुन लेगा जिसको सुनना होगा फोन में लगा के सुनलो मतलब जबरजस्ती भक्ति करवा लोगे क्या कोई काम जबरदस्ती कराओ चाहे वो भक्ति हो चाहे वो पूजा हो चाहे वो कुछ हो वो दबाव बनती है उससे आदमी चिता है वो नफरत फैलता है जबरदस्ती कोई काम करवा भाई आप जिसको सुनना होगा पहुंचना होगा पहुंचेगा आऊगा पंडित जी से आपने एक सवाल
(09:54) किया अभी के अमीश देवगन ने इस चीज को कहा है के स्वरूप कहता हूं पंडित जी ने तो उसे गुल्लू कहा तो एक चीज बजाइए जिस देश का प्रधानमंत्री नाली से गैस बना रहा है तो उस वहां के मिनिस्ट्री के मीडिया के पत्रकार क्या कहेंगे जी साइंस अपनी जगह है आस्था अपनी जगह है ठीक है हॉस्पिटल डॉक्टर अपनी जगह है और मंदिर मस्जिद अपनी जगह है अब मुद्दा आ जाता है यहां बैठने का रामदव कहां जा पूछ रामदव कहां जाते पूछ तो सबसे बड़ी बात है कि ये ये मुद्दा जो है ना तो राम मंदिर का है ना मस्जिद का है यहां सिर्फ अपने शीर्ष नेतृत्व से मिलने का मुद्दा है और यहां हम राहुल गांधी जी से
(10:33) मिलने मिलने के लिए बैठे हुए हैं देश के जवान किसान बेटियों की चर्चा करने के लिए बैठे हैं आने वाले वक्त में इस सत्ता को इस देश से तानाशाही को मिटाने के लिए बैठे हुए हैं इस पे आगे कांग्रेस की कुछ रणनीतियों में जो हम बदलाव चाहते हैं अपनी बात रखने के लिए बैठे हुए हैं इसमें कोई विरोध और ना की पार्टी का कोई कोई विचारधारा व वि हम अपनी पार्टी का विरोध क्यों करेंगे जब हमें एक भी लाठी नहीं पड़ी अभी बीजेपी भाजपा का भाजपा का ही कोई नेता मन अध्यक्ष लाठी खाया है जब हमारे नेता ने हमारे चुपचाप बैठने का आदेश मिल गया है कि हमारे नेता हमें समय देगा तो
(11:08) हमें अपने पार्टी अपने नेता विश्वास करना चाहिए कांग्रेस में लोकतंत्र अभी जिंदा है लोकतंत्र इसलिए जिंदा है कि अगर एक मुस्लिम भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय के आगे बैठ जाता तो शायद खालिस्तानी पाकिस्तानी और या फिर आतंकवादी घोषित हो जाता जी ठीक है और आज कांग्रेस के मुखिया के घर के आगे हम बैठे हुए हैं और हमें चुपचाप हम उम्मीद है कि राहुल गामी उम्मीद है कि राहुल जी सोनिया जी से हमारे शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात होगी चलिए बहुत-बहुत शुक्रिया देखिए इस वक्त दोनों लोगों से हमने बात करिए सामने बिल्कुल रोड क्रॉस करते ही सामने राहुल गांधी भी यहीं पर
(11:41) रहते हैं अपनी मदर के साथ यानी कि सोनिया गांधी जी के साथ आज इनकी मुलाकात की इन्होंने अपना मैसेज जो भेजना था वो वहां से पहुंचा चुके हैं वहां की सिक्योरिटी ने ये बताया कि राहुल गांधी यहां पर मौजूद नहीं है लेकिन मुलाकात जरूर होगी उन्होने लेकिन तमाम मुद्दों पर हमने इनसे बात करी राम मंदिर को लेकर जब बात करी तो राम मंदिर में इन्होंने कहा कि जब शंकराचार्य उसका विरोध कर रहे हैं तो वहां पर कोई नहीं जाएगा और सरकार की हमने बात करी तो उन्होंने कहा कि जो हमारी सरकार के अंदर यानी कि जो हमारी पार्टी के अंदर कमियां है कहीं ना कहीं उन कमियों को गिनाने के लिए आज राहुल गांधी से मिलने आए आप क्या कुछ सोचते हैं कमेंट बॉक्स में जाक जरूर बताइए
How useful was this post?
Click on a star to rate it!
Average rating 0 / 5. Vote count: 0
No votes so far! Be the first to rate this post.
We are sorry that this post was not useful for you!
Let us improve this post!
Tell us how we can improve this post?